Jaipur Central Jail: जयपुर सेंट्रल जेल में एक बार फिर तलाशी के दौरान मोबाइल फोन मिला है। यह लगातार तीसरे दिन तलाशी में दूसरी बार मोबाइल और सिम कार्ड बरामद हुआ है।
Jaipur Central Jail: जयपुर सेंट्रल जेल की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। लगातार तीसरे दिन तलाशी अभियान के दौरान एक और मोबाइल फोन बरामद हुआ है। यह इस अभियान में दूसरी बार है, जब मोबाइल के साथ सिम कार्ड भी मिला है।
जेल प्रहरी गिर्राज प्रसाद निवासी लक्ष्मणगढ़, अलवर ने इस संबंध में थाने में मामला दर्ज करवाया। रिपोर्ट के अनुसार, 26 जुलाई को दोपहर में जेल प्रशासन की ओर से नियमित तलाशी अभियान चलाया गया। इसी दौरान बैरक नंबर दो के पास बने शौचालय के समीप लावारिस हालत में मोबाइल फोन मिला। खास बात यह रही कि मोबाइल में सिम भी लगी हुई थी।
जांच में पुलिस इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रही है कि यह मोबाइल आखिर जेल के अंदर कैसे पहुंचा और इसका इस्तेमाल कौन कर रहा था। प्राथमिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि जेल में बंद किसी कैदी द्वारा यह फोन उपयोग में लाया जा रहा था। तलाशी अभियान की भनक लगने के बाद पकड़े जाने के डर से संभवतः उसने मोबाइल को शौचालय के पास फेंक दिया।
जेल में मोबाइल फोन का मिलना कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी कई बार इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। लगातार तीसरे दिन मोबाइल बरामद होने से जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था और सीसीटीवी निगरानी के बावजूद मोबाइल फोन का अंदर पहुंचना गंभीर चिंता का विषय है।
जेलों में मोबाइल फोन का पहुंचना केवल अनुशासनहीनता नहीं, बल्कि सुरक्षा के लिए भी खतरा है। कैदी मोबाइल के जरिए आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने, बाहर की दुनिया से संपर्क बनाए रखने या फिर अवैध गतिविधियों को संचालित करने में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
फिलहाल, पुलिस मोबाइल की कॉल डिटेल और सिम कार्ड की जांच कर रही है। ताकि पता लगाया जा सके कि यह फोन किसके पास था और किनसे संपर्क किया जा रहा था। लगातार बरामदगी से यह साफ है कि जेल की सुरक्षा में कहीं न कहीं बड़ी चूक हो रही है।