E-rickshaw Traffic in Jaipur : ई-रिक्शा संचालन वाले 6 जोन में पार्किंग व चार्जिंग के स्थान भी चिन्हित किए गए हैं एवं ई-रिक्शा को जोनवार क्यूआर कोड जारी करने के लिए 28 जनवरी को सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग को पत्र लिखा गया है।
जयपुर। परिवहन एवं सडक़ सुरक्षा मंत्री डॉ. प्रेम चंद बैरवा ने शुक्रवार को विधानसभा में कहा कि अवैध वाहनों के संचालन से जयपुर शहर में उत्पन्न यातायात जाम की समस्या के समाधान के लिए राज्य सरकार ठोस और प्रभावी कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि ई-रिक्शा के सुव्यवस्थित संचालन के लिए थाना क्षेत्रानुसार क्लस्टर बनाकर 6 जोन में विभाजित किया गया है तथा 15 अक्टूबर 2024 को अधिसूचना जारी कर प्रत्येक जोन में ई-रिक्शा की संख्या भी निर्धारित की जा चुकी है।
परिवहन एवं सडक़ सुरक्षा मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस सम्बन्ध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि ई-रिक्शा संचालन वाले 6 जोन में पार्किंग व चार्जिंग के स्थान भी चिन्हित किए गए हैं एवं ई-रिक्शा को जोनवार क्यूआर कोड जारी करने के लिए 28 जनवरी को सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग को पत्र लिखा गया है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रादेशिक परिवहन कार्यालय जयपुर प्रथम व द्वितीय में कुल 45 हजार 508 ई-रिक्शा पंजीकृत हैं। उन्होंने सदन को आश्वस्त किया कि शहर में यातायात जाम की स्थिति से निपटने के लिए सभी संबंधित विभागों के समन्वय से कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।
इससे पहले विधायक बालमुकुंदाचार्य के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में परिवहन एवं सडक़ सुरक्षा मंत्री ने बताया कि जयपुर शहर में विशेष आयोजनों व पीक ऑवर्स के दौरान यातायात का दबाव बढ़ जाता है, यातायात दबाव वाले स्थानों पर यातायात पुलिस द्वारा अतिरिक्त जाप्ता लगाकर यातायात व्यवस्था करावाई जाती है। जयपुर शहर में यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के विरूद्ध नियमानुसार एम.वी.एक्ट के तहत कार्यवाही की जा रही है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2024 में नियमित रूप से मोटर यान अधिनियम, 1988 एवं सपठित नियमों के उल्लंघन करने पर अवैध वाहनों के विरूद्ध परिवहन विभाग द्वारा 7 हजार 183 एवं यातायात पुलिस द्वारा 2 लाख 55 हजार 129 चालान की कार्रवाई की है।