Jaipur Facilities in New Year 2026 : जयपुर को नए साल पर मिलेंगी ढेर सारी सुविधाएं। जयपुर आधुनिक ट्रांसपोर्ट-स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर से हो जाएगा लैस। यह देखकर आप कहेंगे, वाह जी वाह। जानें जयपुर में क्या बदलाव आएगा।
Jaipur Facilities in New Year 2026 : जयपुर में आधुनिक ट्रांसपोर्ट और स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर का लंबे समय से इंतजार अब खत्म होने वाला है। जल्द ही राजधानी जयपुर की सड़कों पर इलेक्ट्रिक बसें दौड़ेगी, न्यू सांगानेर रोड से मेट्रो लाइन शुरू होगी, जयपुर जंक्शन और गांधी नगर रेलवे स्टेशन का नया हैरिटेज रूप आम जनता के लिए खुल जाएगा और एयरपोर्ट टर्मिनल-2 का विस्तार भी पूरा हो जाएगा। शहरवासियों को ये सुविधाएं मिलने वाली है और नया साल इन्हें सौगात की तरह लेकर आएगा।
जगतपुरा से वैशाली नगर तक प्रस्तावित मेट्रो लाइन लाखों यात्रियों को राहत देगी। बजट घोषणा के बाद न्यू सांगानेर रोड से मानसरोवर स्टेशन तक डीपीआर का काम जल्द शुरू होगा। यहां से यात्री फेज-1 डी के जरिए 200 फीट बाइपास तक पहुंच सकेंगे। मेट्रो अधिकारियों के अनुसार, 200 फीट बाइपास से वैशाली तक ले जाने के लिए दो रूट पर विचार हो रहा है-पहला सी-जोन बाइपास और दूसरा डीसीएम होते हुए पुरानी चुंगी से वैशाली तक।
1- जयपुर जंक्शन की सेकंड एंट्री की बिल्डिंग पूरी तरह तैयार, नए साल से यात्री उपयोग कर सकेंगे।
2- गांधी नगर स्टेशन 85 फीसदी काम पूरा, 50 साल के यात्रीभार को ध्यान में रखकर विकसित जंक्शन।
3- जंक्शन पर तीन मंजिला नई बिल्डिंग और 2700 वर्गमीटर में एयर कॉनकोर्स का निर्माण।
महारानी फार्म से गुजरने वाली द्रव्यवती नदी की रपट का काम अंतिम चरण में है। जेडीए का कहना है कि एक सप्ताह में काम पूरा कर लिया जाएगा, हालांकि काम कई बार तय समय सीमा से पीछे खिसक चुका है।
1- मानसरोवर और पृथ्वीराज नगर दक्षिण की कॉलोनियों में रहने वाले पांच लाख से अधिक लोगों को।
2- वैशाली नगर-आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले 3 लाख से अधिक लोगों को।
जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर टर्मिनल-2 को 15 हजार वर्गमीटर में विस्तार दिया जा रहा है। इसमें अलग-अलग एंट्री-एग्जिट गेट, एक वर्जन फूड कोर्ट शॉप्स, पाथवे और लैंडस्केप गार्डन जैसी सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। बस स्टैंड भी बनकर तैयार है।
केंद्र सरकार की स्कीम के तहत जयपुर को 319 इलेक्ट्रिक बसें मिलेंगी। दिसंबर तक ये बसें शहर की सड़कों पर उतरेंगी। इससे सार्वजनिक परिवहन को नई पहचान मिलेगी।