Jaipur Police Si Video Viral: इस पहल के पीछे अपनी सोच साझा करते हुए सब.इंस्पेक्टर गिरवर सिंह ने कहा कि किसी भी गलत आदत को छोड़ने या सुधार लाने के लिए सबसे पहले खुद उदाहरण बनना जरूरी होता है। जब लोग देखेंगे कि पुलिस अधिकारी स्वयं नियमों का पूरी ईमानदारी से पालन कर रहे हैं, तो आम नागरिकों में भी जिम्मेदारी की भावना आएगी।
Jaipur Traffic News: बढ़ते सड़क हादसों और युवाओं की लापरवाही पर लगाम लगाने के लिए जयपुर पुलिस के एक सब.इंस्पेक्टर ने ऐसा कदम उठाया है, जिसकी चर्चा अब सोशल मीडिया से लेकर आम लोगों के बीच हो रही है। रामनगरिया थाने में तैनात सब.इंस्पेक्टर गिरवर सिंह ने सड़क सुरक्षा को लेकर एक अनोखा और साहसिक चैलेंज दिया है, जो तेजी से वायरल हो रहा है।
सब.इंस्पेक्टर गिरवर सिंह ने खुले तौर पर ऐलान किया है कि अगर कोई व्यक्ति उन्हें कभी भी बिना हेलमेट या बिना सीट बेल्ट के पकड़ लेता है और इसका वीडियो बना लेता है, तो वह उसे एक महीने की पूरी सैलरी इनाम में देंगे। बताया जा रहा है कि एसआई की मासिक सैलेरी करीब साठ से सत्तर हजार रुपए तक संभव है। जिसे उन्होंने इस चैलेंज के तहत दांव पर लगाया है। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वे युवाओं को सीख देते दिखाई दे रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में वे युवाओं से सीधे संवाद करते नजर आ रहे हैं और ट्रैफिक नियमों की अहमियत को बेहद सरल और प्रभावी शब्दों में समझा रहे हैं। इस पहल के पीछे अपनी सोच साझा करते हुए सब.इंस्पेक्टर गिरवर सिंह ने कहा कि किसी भी गलत आदत को छोड़ने या सुधार लाने के लिए सबसे पहले खुद उदाहरण बनना जरूरी होता है। जब लोग देखेंगे कि पुलिस अधिकारी स्वयं नियमों का पूरी ईमानदारी से पालन कर रहे हैं, तो आम नागरिकों में भी जिम्मेदारी की भावना आएगी।
उन्होंने बताया कि अपने पुलिस सेवा के दौरान उन्होंने कई ऐसे सड़क हादसे देखे हैं, जिनमें सिर्फ हेलमेट या सीट बेल्ट न होने के कारण लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। खासतौर पर युवा वर्ग इन हादसों का सबसे बड़ा शिकार बन रहा है, जो उन्हें अंदर तक झकझोर देता है।
गिरवर सिंह का कहना है कि हेलमेट और सीट बेल्ट कोई औपचारिकता नहीं, बल्कि जीवन रक्षक साधन हैं। कई बार यही छोटी सी सावधानी इंसान को मौत के मुंह से वापस ले आती है। इसी सोच के साथ उन्होंने युवाओं तक यह सख्त लेकिन सकारात्मक संदेश पहुंचाने का तरीका चुना। उनका यह चैलेंज अब सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है और लोग इसे सड़क सुरक्षा के लिए एक प्रेरणादायक और सराहनीय पहल बता रहे हैं।