Jaipur News : हैरिटेज नगर निगम ने इंदौर की तर्ज पर एक अनोखा और सख्त नवाचार शुरू किया है। अब राजधानी जयपुर की सड़कों पर पड़ा कचरा सिर्फ गंदगी नहीं, सबूत भी बन गया है। जानें कैसे?
Jaipur News : अब राजधानी जयपुर की सड़कों पर पड़ा कचरा सिर्फ गंदगी नहीं, सबूत भी बन गया है। हैरिटेज नगर निगम ने इंदौर की तर्ज पर एक अनोखा और सख्त नवाचार शुरू किया है। सुबह-सुबह निगम की टीम कचरे की थैलियों में मिले बिल, पैकेजिंग और दस्तावेज खंगालती है, ताकि पता चल सके कि यह किसने फेंका। दोषी की पहचान होते ही सीधा चालान थमा दिया जाता है। मालवीय मार्ग से लेकर सी-स्कीम तक इस नए अभियान का असर दिखने लगा है। लोग अब सड़क पर कचरा फेंकने से पहले दो बार सोचने लगे हैं, क्योंकि अब हर फेंका गया कचरा बोलने लगा है और गुनहगार का पता बता रहा है। यह पहल स्वच्छता का संस्कार अभियान के तहत हैरिटेज नगर निगम ने शुरू की है।
कचरे से पहचान निकालकर कार्रवाई का प्रयोग इंदौर नगर निगम ने शुरू किया था। वहां टीम ने ऐसे स्थान चिह्नित किए, जहां लोग नियमित रूप से कचरा डालते थे। कुछ चालान होते ही गंदगी फैलाना बंद हो गया।
निरीक्षण के दौरान आयुक्त निधि पटेल ने मालवीय मार्ग और सी-स्कीम में कचरे के ढेर देखे। उन्होंने स्वास्थ्य शाखा की टीम को मौके पर बुलाया। टीम ने कचरे की थैलियां खोलीं तो एक रेस्टोरेंट का पता मिला। निगम दस्ते ने पते के आधार पर रेस्टोरेंट पर दोपहर में छापा मारा और 2000 रुपए का जुर्माना वसूल किया।
1- अस्थायी कचरा डिपो हटाकर वहां पौधे लगाए जा रहे हैं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए बेंच लगाई जा रही हैं। इससे लोगों की आवाजाही बढ़ने से कचरा डालने वाले दूर रहते हैं। शिवाजी नगर समेत कुछ कॉलोनियों में यह प्रयोग सफल रहा है।
2- सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी की जा रही है और सड़क पर कचरा फेंकते ही चालान काटा जा रहा है।
3- पांच राइडर्स नियमित रूप से बाजारों में गश्त कर कचरा फैलाने वालों पर नजर रख रहे हैं।
सड़क को गंदा करने वालों पर सख्ती की जा रही है। सीसीटीवी के जरिए चालान शुरू हो चुके हैं। निगम क्षेत्र को साफ रखना चाहते हैं। यदि निगम की कोई कमी हो तो बताएं, लेकिन कचरा केवल हूपर में ही डालें, सड़क पर फेंकने से बचें।
निधि पटेल, आयुक्त, हैरिटेज नगर निगम