भाजपा की ओर से दिए गए नोटिस का कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीना ने दिया जवाब, पत्रकारों से कहा उन्होंने नोटिस का जवाब भेज दिया है, मैं अनुशासित सिपाही हूं, मुझसे गलती हुई, मैंने स्वीकारा
जयपुर। अपनी हाजिर जवाबी और सटीक बयानबाजी के लिए जाने जानेवाले कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीना आज शहर के वैशाली नगर में एक निजी कार्यक्रम में शामिल हुए। यहां पत्रकारों से बातचीत में पार्टी की नाराजगी पर मीना ने कहा कि नाराजगी तो उनकी पत्नी गोलमा देवी से भी हो जाती है। गोलमा देवी यह कहती हैं कि तुम चुप रहा करो, ज्यादा मत बोला करो, फिर भी मैं आपके बीच में बोल रहा हूं।
मीना ने बताया कि उन्होंने भाजपा की ओर से दिए गए नोटिस का जवाब ईमेल पर प्रदेश अध्यक्ष को भेज दिया है। उन्होंने कहा कि मुझसे गलती हुई है और नोटिस के जवाब में मैंंने स्वीकारा है। उन्होंने यह भी कहा कि अनुशासनहीनता पर कार्रवाई का अधिकार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का है। मंत्री झाबर सिंह खर्रा या सीएम कार्रवाई नहीं कर सकता। किरोड़ी ने कहा कि वह पार्टी के अनुशासित कार्यकर्ता हैं। इसलिए पार्टी ने उनको टिकट दिया है और वे विधायक, मंत्री बने हैं।
किरोड़ी जल्द ही अपना पक्ष रखने के लिए अब प्रधानमंत्री से मिलने का समय मांगेंगे। सूत्रों के अनुसार किरोड़ी ने अपने ईमेल में लिखा है कि उन्हें फोन टैपिंग का इनपुट मिला था। समाज के कार्यक्रम में यह बात बोली, लेकिन मीडिया तक यह वीडियो उन्होंने नहीं पहुंचाया।
किरोड़ी ने पत्रकारों से कहा कि आरपीएससी को डांट पड़ी है। पड़नी भी चाहिए। आरपीएससी को भंग तो नहीं कर सकते, लेकिन उसका पुनर्गठन होना जरूरी है। मीना ने कहा कि सचिन पायलट ने भी यही बात कही थी।
किरोड़ी लाल मीना ने कहा कि विधायक गोपाल शर्मा ने सही कहा था। शिवचरण माथुर के मुख्यमंत्री काल के दौरान एनकाउंटर के आदेश दिए गए थे। हम दो विधायक थे, जो जनता के मुद्दों के लिए आंदोलन करते थे। भैरों सिंह शेखावत ने हमें बुलाकर बताया भी था। जल्द ही इसका भी खुलासा करूंगा।
किरोड़ी ने विधानसभा सत्र में शामिल नहीं होने पर बीमारी का हवाला दिया और कहा कि जब स्वास्थ्य सही हो जाएगा तो वह विधानसभा सत्र में भी शामिल होंगे।