Leopard Attack: झालाना जंगल से निकलकर एक मादा लेपर्ड सीबीआई फाटक पार कर हरी नगर कॉलोनी में पहुंच गई। इस दौरान एक मजदूर पर हमला कर दिया।
जयपुर। झालाना जंगल से निकलकर एक मादा लेपर्ड सीबीआई फाटक पार कर हरी नगर कॉलोनी में पहुंच गई। इस दौरान एक मजदूर पर हमला कर दिया। हमले की खबर फैलते ही आस-पास की तीन कॉलोनियों के लोग दहशत में आ गए। चार घंटे बाद लेपर्ड को रेस्क्यू किए जाने पर लोगों ने राहत की सांस ली।
प्रत्यक्षदर्शी कुसुमलता मीणा ने बताया कि बेटे कुलदीप ने शुक्रवार सुबह छह बजे जैसे ही घर का गेट खोला तो मादा लेपर्ड सीढ़ियों में बैठी दिखी। डर के कारण बेटा वहीं गिर पड़ा और उसको चोट भी लगी। उसी ने परिजनों को सूचना दी, लेकिन किसी को भी विश्वास नहीं हुआ। दो घंटे बाद घर में ही कार के नीचे लेपर्ड को देखते ही कुसुमलता की चीख निकल गई। हल्ला मचाया तो लेपर्ड दूसरे मकान में चली गई।
पड़ोसियों ने भी उसे नजदीक के मकान में देखा तो वे भी सहम गए। उन्होंने वन विभाग को इसकी जानकारी दी। जैसे ही रेस्क्यू टीम पहुंची तो वो भागकर वापस कुसुमलता के घर में घुसी और फिर दीवार फांदकर बगल वाली पवन विहार कॉलोनी के एक निर्माणाधीन मकान में छिप गई। वहां एक मजदूर पर हमला कर दिया।
शुक्र है उसको सिर्फ खरोंच आई है। घबराया हुआ मजदूर सड़क पर चिल्लाते हुए भागा तब रेस्क्यू टीम वहां पहुंची। मादा लेपर्ड को ट्रेंकुलाइज करने का प्रयास किया लेकिन वह भाग छूटी। वापस कुसुमलता के घर में कार के नीचे छिप गई। यहीं से वन विभाग की टीम ने उसे ट्रेंकुलाइज किया।
क्षेत्रीय वन अधिकारी जितेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि रेस्क्यू की गई मादा लेपर्ड की उम्र करीब दो वर्ष है। उसे मौके से बालाजी नर्सरी लाया गया था। वहां पर उसका स्वास्थ्य परीक्षण हुआ। इसके बाद उसे झालाना जंगल में छोड़ दिया गया।
कमला ने बताया कि हमने उसे करीब से देखा, लेपर्ड खूंखार थी। उधर, घायल मजदूर गुड्डू ने बताया कि वो बाथरूम में था तभी उस पर लेपर्ड झपट पड़ी। यह भी बताया जा रहा है कि मादा लेपर्ड ने देर रात कॉलोनी में एक कुत्ते पर भी हमला किया था।
यह भी पढ़ें
यह भी पढ़ें