विधानसभा चुनाव में पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं (फर्स्ट टाइम वोटर) का जोश पांच माह बाद ही लोकसभा चुनाव में ठंडा पड़ गया।
भवनेश गुप्ता. विधानसभा चुनाव में पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं (फर्स्ट टाइम वोटर) का जोश पांच माह बाद ही लोकसभा चुनाव में ठंडा पड़ गया। चुनाव के पहले चरण में ऐसे मतदाताओं का वोटिंग टर्न आउट केवल 55.10 प्रतिशत ही रहा। जबकि, विधानसभा चुनाव में इन्हीं सीटों से जुड़े वोटर का मतदान प्रतिशत 76 प्रतिशत था। यानी इस बार 18 से 19 वर्ष के ऐसे युवाओं की 21 प्रतिशत कम वोटिंग हुई। यह तुलनात्मक स्थिति 12 लोकसभा सीट के 96 विधानसभाओं की है। गंभीर यह है कि इन वोटरों को रिझाने के राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस दोनों के तमाम दावे फेल हो गए।
1. सपोटरा विधानसभा में सबसे कम वोटिंग- 40.38%
2. भरतपुर की बयाना सीट पर- 40.73%
1. पहले नबर पर बीकानेर पश्चिम सीट- 75.60% वोटिंग
2. दूसरे नबर पर जयपुर के किशनपोल सीट- 70.81%
8.96 लाख वोटर्स की भेजी सूची
भाजपाने बाकी 13 सीटों के सभी बूथों पर ऐसे मतदाताओं की सूची फिर से उपलब्ध कराई है, ताकि पन्ना प्रमुख उनसे व्यक्तिगत रूप से संपर्क करें। मतदान के दिन भी इन वोटर्स पर नजर रहेगी। इन सीटों पर 8.96 लाख फर्स्ट टाइम वोटर हैं। पहले चरण में इनकी संया 7 लाख 98 हजार 520 थी।
श्रीगंगानगर 62.01
बीकानेर 54.18
चूरू 61.20
झुंझुनूं 54.00
सीकर 55.15
जयपुर ग्रामीण 51.66
जयपुर शहर 62.43
अलवर 55.08
भरतपुर 50.50
करौली-धौलपुर 47.44
दौसा 53.83
नागौर 54.80