टोंक जिले के समरावता गांव में बुधवार देर रात पथराव और आगजनी की घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भजनलाल सरकार पर बड़ा हमला बोला है।
Naresh Meena on Ashok Gehlot: टोंक जिले के समरावता गांव में बुधवार देर रात पथराव और आगजनी की घटना को लेकर पुलिस ने नरेश मीना को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले मीना ने देवली-उनियारा सीट पर वोटिंग के दौरान एसडीएम को थप्पड़ मारा दिया था। पुलिस ने अभी तक 60 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भजनलाल सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है।
अशोक गहलोत ने कहा कि 'नरेश मीना किसकी शह पर चुनाव में खड़े हुआ है। इस बात पर भी सोचना होगा, बीजेपी ने खड़ा किया, चुनाव जीतने के लिए, इसकी जानकारी प्रदेश कांग्रेस कमेटी ले रही है। कल की घटना जो घटित हुई है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। इस घटना के बाद सरकार का इकबाल बचा है क्या?
उन्होंने आगे कहा कि सरकार का इकबाल होता है, गवर्नेंस के लिए। शासन जब अच्छा होता है तब गवर्नेंस में इकबाल बना रहे, इकबाल ही खत्म हो गया। कल की घटना मामूली घटना नहीं है, एसडीएम लेवल के अधिकारी कोई थप्पड़ लगाए, ये स्थिति बनी ही क्यों? उनकी हिम्मत ही क्यों हुई? कहां सरकार का इकबाल है। हम हमेशा कहते है गुड़ गवर्नेंस दो, जनता का भला हो।
देवली- उनियारा विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना ने बुधवार को एसडीएम मालपुरा अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया था। जिसके बाद देर रात धरना स्थल पर हंगामा व पथराव हो गया। नरेश मीना समरावता गांव में फर्जी वोटिंग को लेकर धरने पर बैठे थे। रात्रि करीब 9 बजे पुलिस प्रशासन निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना को गिरफ्तार करने गांव पहुंचे। जहां पर प्रदर्शन कर रहे नरेश मीना व समर्थकों ने पुलिस पर पथराव किया। अभी भी गिरफ्तारी के बाद समर्थक लगातार आगजनी कर रहे है।