एसएमएस मेडिकल कॉलेज से संबद्ध महिला अस्पताल में प्रसव के बाद कथित रूप से चिकित्सकीय लापरवाही के कारण एक 26 वर्षीया महिला की मृत्यु और गर्म लोहे की छड़ से बच्चे को दागने का मामला।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने राजस्थान समेत देश के चार मामलों में स्वत: संज्ञान लिया है। राजस्थान के जयपुर एसएमएस मेडिकल कॉलेज से संबद्ध महिला अस्पताल में प्रसव के बाद चिकित्सकीय लापरवाही के चलते 26 वर्षीया महिला की मृत्यु के मामले में मुख्य सचिव व जयपुर पुलिस कमिश्नर को नोटिस भेजा है। जबकि बाड़मेर जिला कलक्टर व एसपी से गर्म लोहे की छड़ से दागे एक बच्चे के वीडियो वायरल होने पर जवाब मांगा है।
दरअसल, 21 अगस्त को राजस्थान के जयपुर स्थित एसएमएस मेडिकल कॉलेज से संबद्ध महिला अस्पताल में प्रसव के बाद कथित रूप से चिकित्सकीय लापरवाही के कारण एक 26 वर्षीया महिला की मृत्यु हो गई थी। मीडिया रिपोर्ट में महिला के परिजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल के कर्मचारियों और डॉक्टरों ने उसकी देखभाल नहीं की।
आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव और जयपुर के पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इधर, बाड़मेर के एक मंदिर परिसर में स्थित छात्रावास में कुछ छात्रों द्वारा बिस्तर गीला करने से क्रोधित एक शिक्षक ने उन्हें गर्म लोहे की छड़ से दाग दिया।
इसका वायरल वीडियो के साथ मीडिया में रिपोर्ट सामने आई। आयोग ने इस मामले में बाड़मेर के जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी कर पीड़ित छात्रों की स्वास्थ्य स्थिति सहित मामले पर दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।