कोटपूतली-बहरोड़ में एनआईआईटी यूनिवर्सिटी नीमराना में आयोजित जल महोत्सव समारोह में पर्यावरणविद् व जल प्रहरी दीपसिंह शेखावत ने बतौर मुख्य अतिथि सहभागिता की। वे 'पानी पेड़ प्रकृति बचाओ' (जहर मुक्ति आंदोलन) के तहत चल रही नंगे पांव गांव-गांव पदयात्रा के प्रतिनिधि रूप में पहुंचे।
- नीमराना में जल महोत्सव का आयोजन
- जल, जंगल और जीवन की रक्षा का लिया संकल्प
जयपुर। कोटपूतली-बहरोड़ में एनआईआईटी यूनिवर्सिटी नीमराना में आयोजित जल महोत्सव समारोह में पर्यावरणविद् व जल प्रहरी दीपसिंह शेखावत ने बतौर मुख्य अतिथि सहभागिता की। वे 'पानीपेड़ प्रकृति बचाओ' (जहर मुक्ति आंदोलन) के तहत चल रही नंगे पांव गांव-गांव पदयात्रा के प्रतिनिधि रूप में पहुंचे।
समारोह की अध्यक्षता रिटायर्ड मेजर जनरल व डीन ए.के सिंह ने की। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में समाजसेवी कैलाश ताखर व पूर्व सरपंच एलन स्वामी मौजूद रहीं। मुख्य अतिथि जल प्रहरी दीपसिंह शेखावत ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि पानी, पेड़ और प्रकृति ही जीवन की असली पूंजी हैं। यदि हमने इनका संरक्षण नहीं किया तो भावी पीढ़ी के लिए संकट खड़ा हो जाएगा।
डीन ए.के सिंह ने प्लास्टिक प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन पर गंभीरता से विचार करते हुए विद्यार्थियों को जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा दी। समाजसेवी कैलाश ताखर ने कहा कि आज का युवा छोटी-छोटी सकारात्मक कोशिशों से जल और पर्यावरण की रक्षा कर सकता है।
विशिष्ट अतिथि पूर्व सरपंच एलन स्वामी ने कहा कि भूजल का अंधाधुंध दोहन भविष्य को अंधकार में धकेल रहा है। हमें तकनीक का विवेकपूर्ण प्रयोग कर जल संरक्षण की दिशा में कार्य करना होगा।
समारोह में पानी पेड़ प्रकृति बचाओ पदयात्रा के दल का विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा प्रतीक चिह्न भेंट कर अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम में टेक्नोलॉजी निदेशक मनदीप चौहान, आपकी आवाज फाउंडेशन की सह-संस्थापक प्रीति कंवर, हंसकोर देवी, प्रेम कंवर, हिमांशी रिहांशी, लक्की सिंह समेत सैकड़ों विद्यार्थी और शिक्षक उपस्थित रहे।