एपेक्स हॉस्पिटल्स ने एक अनोखी और दिल को छू लेने वाली पहल के साथ मनाया, जिसका नाम था "शहर की रफ़्तार"। यह पहल विशेष रूप से शहर भर के डिलीवरी एजेंट्स के लिए समर्पित एक स्वास्थ्य जांच अभियान था।
- मिला सेहत का तोहफ़ा
इस दीपावली को एपेक्स हॉस्पिटल्स ने एक अनोखी और दिल को छू लेने वाली पहल के साथ मनाया, जिसका नाम था "शहर की रफ़्तार"। यह पहल विशेष रूप से शहर भर के डिलीवरी एजेंट्स के लिए समर्पित एक स्वास्थ्य जांच अभियान था। इस कार्यक्रम के तहत 550 से अधिक राइडर्स को मुफ्त स्वास्थ्य जाँच का लाभ मिला, जो इन कर्मचारियों द्वारा प्रदान की जाने वाली आवश्यक सेवाओं को पहचानते हुए उन्हें समर्थन देने का एक प्रयास था।
यह स्वास्थ्य ड्राइव शहर के राइड-शेयर चालकों, डिलीवरी एजेंट्स और गिग वर्कर्स को निवारक स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी। डिलीवरी पार्टनर्स का जीवन आसान नहीं होता, लंबी ड्यूटी घंटे, लगातार डिलीवरीज़ और कम आराम के बीच, अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना उनके लिए चुनौती बन जाता है। ऐसे में यह पहल उनके शारीरिक तनाव को कम करने के उद्देश्य से शुरू की गई थी।
स्विगी, ज़ोमैटो, ब्लिंकिट और ज़ेप्टो से आए डिलीवरी एजेंट्स, जो शहर को गतिशील बनाए रखने के लिए अथक प्रयास करते हैं, उनका अस्पताल में भावपूर्ण स्वागत किया गया।
एपेक्स हॉस्पिटल्स के प्रबंध निदेशक डॉ. सचिन झावर ने डिलीवरी कर्मचारियों के संघर्ष को उजागर करते हुए कहा कि ये एजेंट्स वह 'मूकशक्ति' हैं जो हमारे जीवन को आसान बनाने के लिए गर्मी, बारिश और ट्रैफिक की परवाह किए बिना शहर को गतिमान रखते हैं। उन्होंने दुख व्यक्त किया कि लंबे और अथक काम के घंटों के कारण इन कर्मचारियों का स्वास्थ्य अक्सर अनदेखा किया जाता है, जिसके कारण वे थकान और भोजन न करने जैसी समस्याओं का सामना करते हैं।
डॉ. झावर ने स्पष्ट किया कि 'शहर की रफ़्तार' पहल कृतज्ञता और करुणा के भाव से शुरू की गई थी, ताकि इन रोजमर्रा के नायकों को याद दिलाया जा सके कि अच्छा स्वास्थ्य उनका अधिकार है। उनका मानना है कि यह स्वास्थ्य जांच उन्हें यह दिखाने का एक कदम है कि अस्पताल उनकी परवाह करता है, क्योंकि कोई भी शहर तभी सही मायने में फलता-फूलता है जब उसकी सेवा करने वाले लोग स्वस्थ और सुरक्षित हों।
इस पहल के तहत डॉक्टरों की एक समर्पित टीम वहां मौजूद थी। अस्पताल ने कई प्रकार की स्वास्थ्य जाँचें उपलब्ध कराईं, जिनमें कम्प्लीट ब्लड काउंट, रक्तचाप मापन, ब्लड शुगर टेस्ट और बॉडी मास इंडेक्स की गणना शामिल थी। इस जांच में इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम भी शामिल था, जिसके बाद एक फिजिशियन (चिकित्सक) के साथ परामर्श भी किया गया।