राजस्थान पत्रिका के संकल्प पर अभियान के तहत रामगढ़ बांध को पुनर्जीवित करने की कवायद अब तेजी से शुरू हो गई है। राजस्थान सरकार के जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत इस मिशन को सफल बनाने में सक्रिय हो गए हैं।
राजस्थान पत्रिका के संकल्प पर अभियान के तहत रामगढ़ बांध को पुनर्जीवित करने की कवायद अब तेजी से शुरू हो गई है। राजस्थान सरकार के जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत इस मिशन को सफल बनाने में सक्रिय हो गए हैं। वह ठोस कार्ययोजना के साथ अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप चुके हैं और जल्द ही बांध क्षेत्र का दौरा करेंगे। साथ ही जन भागीदारी के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी आह्वान किया है।
राम जल सेतु लिंक परियोजना (संशोधित पीकेसी-ईआरसीपी) के तहत पानी लाने से पहले रामगढ़ बांध की मरम्मत एवं सौंदर्यीकरण का काम किया जाएगा। मंत्री रावत ने बताया कि बांध की कुल भरण क्षमता 75.04 मिलियन क्यूबिक मीटर है, लेकिन वर्तमान में वह मिट्टी से भर चुका है। इस मिट्टी को हटाने के लिए सरकारी संसाधनों के साथ-साथ जन भागीदारी से काम होगा।
मंत्री सुरेश सिंह रावत ने कहा, ‘‘व्यापक हित वाले प्रोजेक्ट जन भागीदारी के बिना सफल नहीं हो सकते। रामगढ़ बांध हमारी विरासत का एक अहम हिस्सा है, जिसे अब नए सिरे से संवारने का प्रयास कर रहे हैं। जीर्णोद्धार के बाद इसे एक पर्यटन स्थल के रूप में भी विकसित किया जाएगा। इसके साथ ही पेयजल और सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराना प्राथमिकता होगी।’’
बांध पुनर्जीवित करने के लिए बनाई जा रही कार्ययोजना में ‘जन सहयोग’ को प्रमुखता दी गई है। इस अभियान में सरपंच, वार्ड पंच, जिला प्रमुख, विधायक और सांसद सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। सभी के साथ समन्वय बनाकर ही आगे बढ़ा जाएगा।
रामगढ़ बांध प्राकृतिक सौंदर्य का एक अनूठा केंद्र है। जो जल ही जीवन है, के सिद्धांत को फलीभूत करता है। इस बांध का न केवल पुनर्संयोजन किया जाना चाहिए बल्कि हमें भावी पीढ़ी को इसे वरदान के रूप में देना चाहिए। बांध को पुन: जीवित करने को लेकर राजस्थान पत्रिका ने जो अभियान चला रखा है, राज्य सरकार उसमें पूरा सहयोग करेगी। रामगढ़ बांध पानी से भरेगा तो जयपुर भी निखरेगा। -प्रेमचंद बैरवा, डिप्टी सीएम, विधायक दूदू
रामगढ़ बांध में जल स्तर बढ़ना सभी का सपना है। इसके लिए मुख्यमंत्री की सोच और राजस्थान पत्रिका का अभियान सराहनीय है। पत्रिका ने बांध को बचाने की जो व्यापक पहल शुरू की है, उसे प्रदेशवासी सदैव याद रखेंगे। बांध में पानी आने से यह पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित होगा। सरकार भी इसे मूल स्वरूप में लाने का प्रयास कर रही है। जल्द ही यह सपना साकार होगा। -हंसराज पटेल, विधायक कोटपूतली
किसी समय राजधानी की लाइफलाइन रहे रामगढ़ बांध में जल भराव तब तक पूर्ण नहीं होगा, जब तक बहाव क्षेत्र में हो रहा अतिक्रमण हटाया नहीं जाएगा। इसलिए अतिक्रमण प्राथमिकता से हटाए जाने चाहिए तथा अन्य स्थानों पर भी रिक्त भूमि पर गड्ढे बनाकर जल ठहराव की स्थितियां बनानी चाहिए। भूजल स्तर में सुधार हो, तभी अमृतं जलम् का सपना पूर्ण होगा। पत्रिका की यह सराहनीय पहल है। -विद्याधर सिंह चौधरी, फुलेरा विधायक
रामगढ़ बांध को जीवित करने के लिए सरकार बहुत अच्छा कदम उठा रही है। राजस्थान पत्रिका ने पहले भी इसके लिए बहुत प्रयास किए हैं, लेकिन अन्य सरकारों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। इससे चाकसू विधानसभा क्षेत्र के लोगों को भी लाभ मिलेगा। जल स्तर बढ़ेगा, पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा, क्षेत्र के लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। -रामावतार बैरवा, विधायक चाकसू
रामगढ़ बांध को पुन: जीवित करने की राजस्थान पत्रिका की पहल सराहनीय है। सामूहिक प्रयास से ही रामगढ़ बांध में पानी आ सकेगा। यह बांध जयपुर शहर की जीवन रेखा था और इसका पुरामहत्व भी है। इसके बहाव क्षेत्र सेे अतिक्रमण हटने चाहिए। एक बार होने से इसमें पानी की कमी कभी नहीं रहेगी। -डॉ. शिखा मील बराला, विधायक चौमूं
रामगढ़ बांध में पानी की आवक से पूरे जयपुर को फायदा होगा। पत्रिका ने बांध को बचाने की जो व्यापक पहल शुरू की है, वह बहुत ही प्रेरणादायक है। बांध में पानी आने से आसपास के इलाके का भूजल स्तर बढ़ने से किसानों को भी फायदा होगा। साथ ही यहां पर्यटक भी आएंगे। सरकार को इसमें पानी लाने के निरंतर प्रयास करने चाहिए। -लक्ष्मण मीना, विधायक बस्सी