GST Reforms : जीएसटी में हुए बदलाव से राजस्थान के व्यापारी और खरीदार खुश हैं। 22 सितंबर को पहले नवरात्र से जीएसटी में टू-स्लैब सिस्टम लागू हो जाएगा। इस बार नवरात्र से लेकर दिवाली तक एक महीने में व्यापार में 30 प्रतिशत तक इजाफा हो सकता है। जानें सभी की राय।
GST Reforms : जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) में जीएसटी काउंसिल की ओर से किए बदलाव का देश के साथ राजस्थान के उद्योग जगत और कर सलाहकारों की ओर से स्वागत किया जा रहा है। 22 सितंबर को पहले नवरात्र से जीएसटी में टू स्लैब सिस्टम लागू हो जाएगा।
अनुमान है कि इस राहत से देशभर में सरकार के खजाने पर करीब 48 हजार करोड़ का भार पडेगा। ऐसे में राजस्थान में भी लगभग 4 हजार करोड़ का राजस्व कम हो सकता है, हालांकि जानकार मानते हैं कि बाजार में उत्पादों की कीमत कम होने पर मांग बढ़ने से जल्द ही इसकी पूर्ति हो जाएगी। इस बार नवरात्र से लेकर दिवाली तक के एक महीने के दौरान व्यापार में 30 प्रतिशत तक इजाफा हो सकता है। यानी जीएसटी में सुधार से साल भर में होने वाले राजस्व घाटे की आपूर्ति एक महीने में हो सकती है। वाहनों में पॉपुलर ब्रांड-मॉडल की मांग बढ़ने से बाजार में शॉर्टेज भी नजर आ सकती है।
सीएम भजनलाल शर्मा ने जीएसटी काउंसिल की बैठक में लिए फैसले को ऐतिहासिक बताया है। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार जताते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था और समाज के हित में अहम कदम है। इससे कर व्यवस्था अधिक सरल-पारदर्शी होगी। एमएसएमई उद्योगों को प्रोत्साहन, मध्यमवर्गीय परिवारों और युवाओं को लाभ मिलेगा। उपभोक्ताओं पर कर का बोझ कम होगा। इससे छोटे उद्योगों को बढ़ावा, निवेश एवं व्यापार को नई दिशा मिलेगी।
सीमेंट-सैनेट्री पर टैक्स कम करने से कंस्ट्रक्शन लागत कम होगी। 40 लाख की लागत में 80 हजार फायदा होगा।
नवीन शर्मा, अध्यक्ष, वीआइसीसीआइ जयपुर चैप्टर
घी, चीज, बटर, नमकीन, भुजिया, मंगोड़ी में जीएसटी 12 से 5 प्रतिशत किया गया है। खाद्य तेलों को 0% के स्लैब में रखते तो बेहतर होता।
बाबूलाल गुप्ता, अध्यक्ष, राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ
कीमत कम होने से मांग में इजाफा होगा। मांग में इजाफे से जीएसटी कलेक्शन भी बढ़ेगा।
शैलेंद्र अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष, कर सलाहकार संघ
जीएसटी में कमी से फेस्टिव सीजन में वाहनों की जोरदार मांग रहने वाली है। संभावना यह है कि पॉपुलर मॉडल के लिए इंतजार करना पड़ सकता है।
साई गिरधर, अध्यक्ष, फाडा राजस्थान
जीएसटी स्लेब में बदलाव करने से व्यापारियों व खरीदार दोनों को फायदा मिलेगा। व्यापार में 20 से 22 प्रतिशत की ग्रोथ होगी। स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा। छोटे व्यापारियों को बड़ी राहत मिलेगी।
सुभाष गोयल, व्यापारी
स्टेशनरी आयटम्स को टैक्स फ्री करना विद्यार्थियों के लिए तोहफे जैसा है। कॉपी, चार्ट, मैप्स और लैब नोटबुक्स की जरूरत की सामग्री पर टैक्स हटाने से खर्चा कम करना पड़ेगा। सरकार ने शिक्षा का महत्व समझते हुए यह फैसला लिया है।
सृष्टि गांधी, कॉलेज छात्रा
मध्यमवर्गीय परिवारों के बजट का बड़ा हिस्सा रोजमर्रा की जरूरतों पर खर्च होता है। टैक्स कम होने से घर खर्च में राहत मिलेगी। हर माह बचत हो सकेगी। बच्चों की पढ़ाई पर अधिक पैसा खर्च कर पाएंगे।
अकुल मूंदडा, प्राइवेट कर्मचारी
कृषि व बागवानी के उपकरणों व मशीनरी पर टैक्स कम करने से किसानों को बुआई व कटाई पर कम खर्चा करना पड़ेगा, इससे किसानों को राहत मिलने के साथ बचत होगी। किसान खेती कर पाएंगे।
नारायणलाल मीणा, किसान
छोटी कारों पर जीएसटी घटने के बाद शोरूमों पर पूछताछ करने पहुंचे ग्राहक। 22 सितंबर से लागू होंगी घटीं हुई दरें। नवरात्र से दिवाली तक जमकर हो रही गाड़ियों के बुकिंग।
मॉडल - पुरानी कीमत - नई कीमत
आल्टो के-10 - 4.23 - 3.81
टाटा टिआगो - 5.65 - 5.15
हुंडई ग्रैंड आइ- 10 5.98 - 5.51
रेनो क्विड - 4.70 - 4.30
(कीमत एक्स शोरूम लाख में)।