Senior Citizen Pilgrimage Scheme : अगर आपकी आयु 60 वर्ष से अधिक है तो फ्री में तीर्थ यात्रा का लाभ उठा सकेंगे।
Rajasthan Big Update : देवस्थान विभाग की ओर से नि:शुल्क वरिष्ठ नागरिक तीर्थयात्रा योजना 2024-25 के तहत 19 सितंबर तक नए आवेदन कर सकेंगे। विभाग की ओर से इस साल 30 हजार बुजुर्गों को ट्रेन से 15 धार्मिक स्थलों और छह हजार बुजुर्गों को हवाई जहाज से काठमांडू स्थित पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन करवाए जाएंगे। आवेदन प्रक्रिया विभाग की वेबसाइट पर बुधवार से शुरू हो चुकी है। खास बात यह है कि बुजुर्ग अपनी इच्छा से तीर्थ स्थल चुन सकेंगे। हालांकि इनमें से एक ही जगह की यात्रा करने का अवसर मिलेगा। राजस्थान के मूल निवासी 60 साल से अधिक आयु के ऐसे बुजुर्ग आवेदन कर सकेंगे, जो आयकरदाता नहीं है।
जानकारी के मुताबिक, वर्ष-2022 में वरिष्ठ नागरिक तीर्थयात्रा योजना में प्राप्त आवेदनों में से वर्ष 2023-24 में यात्रा पर गए यात्रियों के अलावा शेष रहे यात्री इस वर्ष यात्रा के लिए पात्र होंगे। उन्हें नए आवेदन करने की जरूरत नहीं है। नियमों की जानकारी विभागीय वेबसाइट पर दी गई है और उसी से आवेदन किया जा सकता है। जल्द यात्रा के लिए ट्रेनों का शेड्यूल भी एमओयू पूरा होने के बाद साझा किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक, बीते साल जून में यात्रा शुरू हो गई थी, लेकिन अब तक विभाग की ओर से एक ट्रेन रामेश्वर के लिए ही भेजी गई है। ऐसे में समय पर बुजुर्गों को देवदर्शन करवाना एक चुनौती रहेगी।
https://edevasthan.rajasthan.gov.in/forms/home.aspx वेबसाइट पर आवेदन किया जा सकता है। आवेदन भरने में असुविधा होने पर अधिक जानकारी के लिए सहायक आयुक्त जयपुर प्रथम के नंबर 0141-2614404 पर भी संपर्क किया जा सकता है।
तीर्थयात्रा में रामेश्वरम - मदुरई, जगन्नाथपुरी - तिरुपति, द्वारकापुरी - सोमनाथ, वैष्णोदेवी - अमृतसर, प्रयागराज - वाराणसी, मथुरा - वृन्दावन, सम्मेदशिखर - पावापुरी, उज्जैन - ओंकारेश्वर, गंगासागर - कोलकाता कामाख्या - गुवाहाटी, हरिद्वार - ऋषिकेश सहित अन्य तीर्थ शामिल हैं। इनके अलावा अयोध्या स्थित राममंदिर, वैद्यनाथ महादेश ज्योतिर्लिंग (झारखंड), त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग (नासिक), श्रवणबेलगोला (कर्नाटक) को शामिल किया है।
नए आवेदन की प्रक्रिया शुरू की गई है। इसमें पूरी पारदर्शिता रखी जाएगी। समय से यात्रा करवाई जाएगी। पुराने आवेदनकर्ताओं को भी मौका मिलेगा। - वासुदेव मालावत, आयुक्त, देवस्थान विभाग