कांग्रेस विधायक दल ने विधानसभा मानसून सत्र में पंचायत चुनाव, स्मार्ट मीटर, जर्जर स्कूल, कानून व्यवस्था, अतिवृष्टि और फसल नुकसान जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई। टीकाराम जूली ने कहा, सदन में माइक बंद कर सकते हैं, आवाज नहीं।
जयपुर: राजस्थान विधानसभा के मानसून सत्र में विपक्ष की ओर से उठाए जाने वाले मुद्दों को लेकर कांग्रेस विधायक दल की मंगलवार शाम को कांस्टीट्यूशन क्लब में रणनीति बनी। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली की अध्यक्षता में हुई बैठक में पंचायत निकाय चुनाव, स्मार्ट मीटर, जर्जर स्कूल, खराब कानून व्यवस्था, अतिवृष्टि और फसल खराबा सहित कई मुद्दों पर सरकार को घेरने के लिए तैयारी की गई है।
बैठक करीब एक घंटे चली। इसमें प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिं डोटासरा, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और हरीश चौधरी मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि विधायकों ने बैठक में ज्वलंत मुद्दों के साथ ही वोट चोरी के मामले में भी सरकार को घेरने के सुझाव दिए।
बाद में मीडिया से बातचीत में टीकाराम जूली ने कहा कि सदन में हमारा माइक बंद कर सकते हैं, लेकिन आवाज नहीं। सरकार को हम प्रश्नकाल और उसके बाद 295 सहित कई अन्य साधनों से सदन में घेरेंगे।
टीकाराम जूली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां को गाली देने के मामले में कहा कि ये लोग राजनीतिक फायदे उठाने के लिए इस प्रकार की बातें करते हैं। राहुल गांधी ने किसी को गाली नहीं दी, जिस व्यक्ति ने गाली दी है वह खुद भाजपा का कार्यकर्ता है, जिसको इन लोगों ने मीटिंग में भेजा और गाली देकर चला गया।
गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि कांग्रेस को अपने गिरेबान में झांक लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर चिंता जता रहे हैं, मगर वे यह भूल गए की उनकी पार्टी के शासन में राजस्थान अपराधों का गढ़ बन गया था। महिला अत्याचार के मामलों में तो राजस्थान पहले पायदान पर आ गया था।