राजस्थान में 60 स्कूलों को आरटीई दाखिले को लेकर नोटिस और अंतिम चेतावनी दी गई है। लेकिन एक महीने में कोई असर नहीं हुआ। परीक्षाएं शुरू हो गईं, जबकि चयनित बच्चे अब भी प्रवेश का इंतजार कर रहे हैं।
जयपुर: आरटीई प्रवेश को लेकर निजी स्कूलों की मनमानी इतनी हो गई है कि शिक्षा विभाग की ओर से दिए गए नोटिस का भी असर देखने को नहीं मिल रहा है। विभाग ने एक महीने पहले 60 स्कूलों को नोटिस दिया। इसके बाद भी स्कूलों ने आरटीई में बच्चों को प्रवेश नहीं दिया है।
इसका नतीजा ये है कि सत्र शुरू हुए ढाई महीने बीत चुके हैं। लेकिन निजी स्कूलों में चयनित बच्चे प्रवेश के लिए परेशान हो रहे हैं। बच्चे घर बैठकर प्रवेश का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
इधर, निजी स्कूल मनमानी पर उतरे हैं। शिक्षा विभाग के नोटिस देने के बाद भी स्कूलों ने कोई जवाब नहीं दिया है। अब अभिभावक दिवाली बाद बड़े आंदोलन की तैयारी में हैं।
जयपुर में आरटीई के तहत हजारों बच्चों को दाखिला नहीं मिला है। इधर, विभाग नोटिस देकर खानापूर्ति कर रहा है। विभाग की ओर से हाल ही 60 स्कूलों को नोटिस दिए गए।
लेकिन हकीकत में करीब 100 से अधिक स्कूलों ने तीन हजार बच्चे आरटीई से वंचित कर दिए। अभिभावकों ने आरटीई के प्रवेश के इंतजार में किसी और स्कूल भी दाखिला नहीं कराया है।
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