योजना के तहत कुल 56 हजार वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्रा कराई जानी प्रस्तावित है। इनमें ट्रेन से 50 हजार यात्रियों को 15 विभिन्न तीर्थ स्थलों और छह हजार को हवाई मार्ग से यात्रा कराई जाएगी।
Senior Citizen Pilgrimage Scheme: राजस्थान में वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना-2025 के तहत देवस्थान विभाग की ओर से प्रदेशभर के बुजुर्गों को वित्तीय वर्ष 2025-26 में काठमांडू स्थित पशुपतिनाथ मंदिर की यात्रा हवाई मार्ग से कराना प्रस्तावित है। वित्तीय वर्ष के आठ महीने बाद इस संबंध में एमओयू ही नहीं हो पाया है। ऐसे में चयनित बुजुर्ग उदयपुर मुख्यालय से लेकर जयपुर तक संपर्क कर रहे हैं, लेकिन उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिल पा रहा है।
योजना के तहत कुल 56 हजार वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्रा कराई जानी प्रस्तावित है। इनमें ट्रेन से 50 हजार यात्रियों को 15 विभिन्न तीर्थ स्थलों और छह हजार को हवाई मार्ग से यात्रा कराई जाएगी। विभाग द्वारा ट्रेनों से विभिन्न तीर्थों की यात्रा करवाई जा रही है। हवाई यात्रा की घोषणा के बाद विभाग ने पोर्टल पर लंबे समय तक यह स्पष्ट नहीं किया गया कि यात्रा किन तीर्थ स्थलों के लिए होगी। आवेदन के समय पशुपतिनाथ मंदिर के लिए काठमांडू ले जाना तय हुआ।
जानकारी के मुताबिक बीते साल यात्रा जयपुर एयरपोर्ट से शुरू हुई थी। जयपुर से काठमांडू के लिए डायरेक्ट फ्लाइट न होने के कारण बुजुर्गों को गृह जिलों से राजधानी जयपुर आना होगा। यहां से बसों के जरिए उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट ले जाया जाएगा। वहां से उन्हें काठमांडू के लिए उड़ान मिलेगी। ऐसे में सर्दियों में हवाई यात्रा का शेड्यूल तय होने पर दो दिन की यात्रा के लिए बुजुर्गों को अपने-अपने जिलों से 10 से 12 घंटे पहले जयपुर पहुंचना होगा।
बीते वर्ष बजट घोषणा के चार से पांच महीने में हवाई यात्रा के लिए एमओयू हो गया था। अब तक कोई एमओयू नहीं हुआ है। पत्रिका ने जब पूरे मामले को लेकर देवस्थान विभाग मंत्री जोराराम कुमावत से बातचीत कि तो वे भी स्थिति स्पष्ट नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि यात्रा जल्द होगी लेकिन अभी तक एमओयू नहीं होने पर यात्रा के लिए ओर समय बढ़ना तय है। क्योंकि हर साल सितबर अक्टूबर से हवाई यात्रा शुरू हो जाती थी।
योजना के तहत चयनित प्रदेश के बुजुर्गों को काठमांडू की हवाई यात्रा करवाई जाएगी। इसे जल्द शुरू कराने का प्रयास है। जोराराम कुमावत, देवस्थान विभाग मंत्री