सत्र की शुरुआत से पहले कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा परिसर में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर प्रदर्शन किया।
जयपुर। राजस्थान विधानसभा का मानसून सत्र तीन दिन के अवकाश के बाद आज फिर शुरू हुआ है। सुबह 11 बजे प्रश्नकाल से कार्यवाही की शुरुआत हुई। सत्र की शुरुआत से पहले कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा परिसर में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर प्रदर्शन किया। हाथों में पोस्टर लिए विधायकों ने "भजन सरकार होश में आओ" और "सरकारी जमीनों की चोरी बंद करो" जैसे नारे लगाए।
सत्र के दौरान आज विपक्ष के हंगामे की आशंका बनी हुई है। फसलों के नुकसान और कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों पर कांग्रेस विधायक शून्यकाल में जोरदार सवाल उठा सकते हैं। वहीं सरकार की ओर से आज दो विधेयक पारित होने की संभावना है। मत्स्य क्षेत्र संशोधन विधेयक और आयुर्विज्ञान संस्थान जयपुर विधेयक पारित हो सकता है।
मत्स्य क्षेत्र संशोधन विधेयक में अवैध रूप से मछली का शिकार करने पर जुर्माना बढ़ा दिया गया है। पहली बार अपराध करने पर अब 25 हजार रुपए और दोबारा अपराध पर 50 हजार रुपए तक का जुर्माना लगेगा। पहले यह जुर्माना मात्र 500 से 1000 रुपए तक था। सरकार का दावा है कि इससे अवैध शिकार पर रोक लगेगी।
सदर में आज कार्यवाही के दौरान नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा से खाद और मिलावट को लेकर सवाल किए। जूली ने पूछा कि फैक्ट्रियों पर छापों के बावजूद कितने लोगों को जेल भेजा गया ? इस पर कृषि मंत्री ने जवाब दिया कि दो कंपनियों के गोदाम सील किए गए हैं और विपक्ष का भी सहयोग अपेक्षित है।
कृषि मंत्री ने स्पष्ट किया कि प्रदेश में यूरिया की कोई कमी नहीं है। भरतपुर सहित सभी जिलों में पर्याप्त खाद उपलब्ध है। हालांकि डीएपी की थोड़ी कमी जरूर बनी हुई है, जिसका कारण यूक्रेन युद्ध और वैश्विक हालात बताए गए। उन्होंने कहा कि कालाबाजारी करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और जहां भी शिकायत मिलेगी, वहां तुरंत कार्रवाई की जाएगी। सत्र में विपक्ष-सरकार के बीच तीखी बहस जारी रहने के आसार हैं।