जयपुर

‘बाड़मेर से एक निर्दलीय बेटा जीतेगा’, BJP नेता देवी सिंह से मुलाकात के बाद ऐसा क्यों बोले रविंद्र सिंह भाटी?

बाड़मेर लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार रविंद्र सिंह भाटी ने बीकानेर की कोलायत विधानसभा सीट से 7 बार के विधायक रहे देवी सिंह भाटी से मुलाकात की थी। जिसके बाद उन्होंने चुप्पी तोड़ी है।

2 min read
May 12, 2024

राजस्थान में लोकसभा चुनाव के मतदान होने के बाद नेता परिणाम का इंतजार कर रहे है। इसी कड़ी में बाड़मेर लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार रविंद्र सिंह भाटी ने बीकानेर की कोलायत विधानसभा सीट से 7 बार के विधायक रहे देवी सिंह भाटी से मुलाकात की थी। जिस पर रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि देवी सिंह भाटी मेरे परिवार के सदस्य हैं। उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं होने से मैंने उनसे मुलाकात की। इसमें कोई राजनीति नहीं है।

रविंद्र भाटी ने जीत का किया दावा

रविंद्र सिंह भाटी ने बातचीत में कहा कि लोकसभा चुनाव में जीत को लेकर 100% आश्वस्त हूं। बाड़मेर-जैसलमेर और बालोतरा की जनता ने अपने बेटे पर विश्वास जताया है। भाजपा के 400 पार पर कहा है कि वो अपना नारा दें पर बाड़मेर जैसलमेर से एक निर्दलीय बेटा जीतेगा। रविंद्र सिंह भाटी और देवी सिंह भाटी की मुलाकात का वीडियो वायरल हो रहा है। रविंद्र सिंह भाटी ने केवल देवी सिंह भाटी ही नहीं, बल्कि बीजेपी के किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष हाथी सिंह मूलाना सहित अन्य बीजेपी नेताओं से मुलाकात की है।

किसी पार्टी को समर्थन देना है जनता तय करेगी- रविंद्र

मीडिया से बातचीत में रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि '4 जून को चुनाव जीतने के बाद मेरी लोकसभा क्षेत्र की जनता तय करेगी। मुझे किसी पार्टी को समर्थन देना है या नहीं। रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि मैं आज जिस जगह खड़ा हूं, इसमें जोधपुर की जनता का सहयोग है। मेरे इलाके के बीमार लोगों से मिलना और उनकी सेवा करना मेरा धर्म है। विश्वविद्यालय के छात्रों से मेरा जुड़ाव रहता है। राजनीति की वजह से परिवार को समय कम दे पाते हैं। परिवार का सहयोग हमेशा मेरे साथ रहता है'।

7 बार के विधायक रहे हैं देवी सिंह भाटी

देवी सिंह भाटी बीकानेर की कोलायत विधानसभा सीट से 7 बार विधायक रह चुके हैं। भैरों सिंह शेखावत और वसुंधरा राजे की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। वह 1980 से 2008 तक लगातार 7 बार विधायक रहे। वह 1980 से 1990 तक जनता पार्टी से विधायक बने। 1993 और 1998 में बीजेपी से विधायक थे। इसके बाद 2003 में वह राजस्थान सामाजिक न्याय मंच की टिकट पर विधायक बने। साल 2008 में वह एक बार फिर बीजेपी से जीत दर्ज की थी। हालांकि साल 2013 में कांग्रेस के भंवर सिंह भाटी से हार का सामना करना पड़ा।

Published on:
12 May 2024 03:23 pm
Also Read
View All

अगली खबर