SI Paper Leak Case: एटीएस-एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि नीमराना के कोलिला निवासी रेणू कुमारी चौहान, झुंझुनूं के नूनिया गोठड़ा निवासी मोनिका जाट, श्रीमाधोपुर के अजीतगढ़ स्थित हरदास का बाग निवासी सुरजीत सिंह यादव व अलवर के राजदोकी निवासी नीरज कुमार यादव को गिरफ्तार किया है
SI Paper Leak Case: उपनिरीक्षक (एसआइ) भर्ती परीक्षा-2021 का पेपर राजस्थान के साथ हरियाणा की गैंग के पास भी पहुंचा था। एसओजी ने इस मामले में दो महिला सहित चार थानेदारों को गिरफ्तार किया है। इनमें से तीन थानेदारों ने हरियाणा की गैंग से 40 लाख और 20-20 लाख रुपए में पेपर खरीदा था। यह पेपर लीक प्रकरण में नया मोड़ है। एसओजी की टीम हरियाणा समेत विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर रही है। आरोपियों के पकड़े जाने के बाद ही पता चल सकेगा कि गैंग ने कहा-कहां और किसे पेपर बेचा।
एटीएस-एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि नीमराना के कोलिला निवासी रेणू कुमारी चौहान, झुंझुनूं के नूनिया गोठड़ा निवासी मोनिका जाट, श्रीमाधोपुर के अजीतगढ़ स्थित हरदास का बाग निवासी सुरजीत सिंह यादव व अलवर के राजदोकी निवासी नीरज कुमार यादव को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार थानेदार रेणू राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल है।
रेणू का अजमेर के सेंंट्रल एकेडमी सीनियर सेकंडरी स्कूल में परीक्षा सेंटर था, जहां उसने नकल करके परीक्षा पास की थी। वहीं पूछताछ में मोनिका ने स्वीकारा कि उसने एक परिचित से पैसे लेकर हरियाणा की गैंग से पेपर खरीदा था। सुरजीत और नीरज ने भी 20-20 लाख रुपए देकर पेपर खरीदा। एसओजी अब यह जांच कर रही है कि पेपर लीक में यूनिक भांभू का हाथ है या हरियाणा की गैंग ने खुद इसे लीक करवाया।
एएसपी रामसिंह शेखावत की टीम ने पांच थानेदारों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। सबूतों के अभाव में बाड़मेर निवासी थानेदार को छोड़ दिया गया, जबकि चार थानेदारों को न्यायालय ने 17 अक्टूबर तक एसओजी की रिमांड पर भेजा है। बाड़मेर निवासी थानेदार की मिलीभगत के सबूत नहीं मिले हैं।