अग्निकांड के पांच दिन बाद शुक्रवार को आइसीयू का बेड प्लान सामने आया। एक तरफ के बेड की दीवार पर वेंटिलेशन व्यवस्था होने के कारण जहरीला धुआं जल्द नहीं निकल सका और आइसीयू में अलग-अलग बेड पर भर्ती 6 मरीजों की मौत हो गई।
SMS Hospital Fire: जयपुर में एसएमएस अस्पताल के ट्रोमा सेंटर आइसीयू के 11 बेड पर न्यूरोसर्जरी के 11 मरीजों का उपचार चल रहा था। बेड नंबर-7 आइसीयू स्टोर के पास था। ऐसे में स्टोर में शॉर्ट सर्किट से आग भड़की तो सबसे पहले लपटें व धुआं इसी बेड के पास पहुंचा। इसके बाद इसी पंक्ति में 11 नंबर बेड तक पहुंचा। दूसरी पंक्ति में बेड नंबर-5 भी स्टोर से ज्यादा दूर नहीं था। आग और धुआं यहां भी सबसे पहले पहुंचा।
अग्निकांड के पांच दिन बाद शुक्रवार को आइसीयू का बेड प्लान सामने आया। इसमें आइसीयू दुखांतिका का रोंगटे खड़े करने वाला सच सामने आया है। बेड नंबर 1 से 6 गलियारे की दीवार की तरफ थे। इस दीवार पर न खिड़की थी न ही वेंटिलेशन की कोई व्यवस्था थी। जबकि बेड नंबर 7 से 11 तक वेंटिलेशन के लिए 3 फीट 6 इंच की दो खिड़कियां थीं। एक तरफ के बेड की दीवार पर वेंटिलेशन व्यवस्था होने के कारण जहरीला धुआं जल्द नहीं निकल सका और आइसीयू में अलग-अलग बेड पर भर्ती 6 मरीजों की मौत हो गई। इतने छोटे आइसीयू में 6 की जगह 11 बेड लगाने पर भी खड़े हो रहे सवाल।
आइसीयू के अंतिम छोर पर बड़ा स्टोर है। यहां दवाइयां, गॉज पट्टी व अन्य सामग्री भरी हुई थीं। आग लगी तो सारा सामान राख हो गया। उधर, पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता (इलेक्ट्रिक) अमित कक्कड़ ने शुक्रवार को एसएमएस अस्पताल की बिजली व्यवस्था की समीक्षा की।
बेड नंबर 5 पर आग व धुआं पहुंचा और बेड नंबर 1 तक लेटे मरीजों को प्रभावित किया, गलियारे की तरफ थी इस दीवार में वेंटिलेशन के लिए कोई उपाय नहीं थे। दूसरी पंक्ति में बेड नंबर 6 से 1 तक पर मरीज भर्ती थे। 7 नंबर बेड स्टोर के दरवाजे के पास था। स्टोर के इलेक्ट्रिक स्वीच में शॉर्ट सर्किट होने के बाद आग फैली।
राजस्थान की राजधानी में रविवार देर रात सवाई मानसिंह (एसएमएस) अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में आग लगने की भयावह घटना ने पूरे शहर को दहला दिया। रात करीब 11:20 बजे दूसरी मंजिल पर स्थित आईसीयू वार्ड में अचानक आग भड़क उठी। देखते ही देखते आग ने पूरे वार्ड को अपनी चपेट में ले लिया और धुआं फैलते ही अफरा-तफरी मच गई। इस हादसे में 6 मरीजों की दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों में चार पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं। लोग चीख-चीखकर मदद की गुहार लगा रहे थे।