गोपालपुरा बाइपास से सटे शांति नगर और आस-पास की कॉलोनियों के लोगों का सीधा रास्ता जेडीए की लापरवाही से कई वर्षों से बंद है। इससे शहर में मिसिंग लिंक को पूरा करने का जेडीए का दावा भी फेल नजर आता है। वर्ष 2018 में जेडीए ने इस क्षेत्र के कुछ हिस्से में सड़क बनवाई, लेकिन […]
गोपालपुरा बाइपास से सटे शांति नगर और आस-पास की कॉलोनियों के लोगों का सीधा रास्ता जेडीए की लापरवाही से कई वर्षों से बंद है। इससे शहर में मिसिंग लिंक को पूरा करने का जेडीए का दावा भी फेल नजर आता है। वर्ष 2018 में जेडीए ने इस क्षेत्र के कुछ हिस्से में सड़क बनवाई, लेकिन नाले के ऊपर पुलिया न बनने की वजह से उसका उपयोग नहीं हो पाया। गोपालपुरा बाइपास तक आने के लिए लोगों को 500 से 700 मीटर कच्ची सड़क का उपयोग करना पड़ता है। वहीं जेडीए के एक्सईएन केसी गुप्ता को इस मामले की जानकारी ही नहीं है। उन्होंने कहा कि सड़क क्यों नहीं बन रही है, इसका पता करवाते हैं।
स्थानीय लोगों ने कहा कि पिछले कई वर्ष से पुलिया बनवाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। शांति नगर विकास समिति अध्यक्ष धीर सिंह शेखावत ने बताया कि मुख्यमंत्री जनसुनवाई में पत्र भी दिया। मुख्यमंत्री के विशेषाधिकारी विकास राजपुरोहित ने जेडीए को पत्र भी लिखा। इसके बावजूद पिछले वर्ष 13 जून से अब तक कोई काम नहीं हुआ है। लोगों ने कहा कि पुलिया बनने के बाद शांति नगर, त्रिवेणी नगर, विश्वेसरैया नगर, गंगोत्री नगर, महारानी फार्म, जादौन नगर, राज नगर आदि कॉलोनियों के लोगों की राह सुगम हो सकती है।