जयपुर

साक्ष्य एक समान, फिर भी कार्रवाई के दोहरे मापदंड

एसीबी दूदू कलक्टर पर मेहरबान? अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिव्या मित्तल को सर्च के साथ ही किया था गिरफ्तार

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May 01, 2024

जयपुर. दूदू कलक्टर हनुमान मल ढाका को रंगे हाथ पकड़े जाने से पहले ही कार्रवाई की सूचना लीक होने से एसीबी बचाव मुद्रा में आ गई है। यह आशंका इसलिए जताई जा रही है कि पूर्व में डिमांड (रिश्वत की मांग) का केस दर्ज करने के बाद आरोपी अधिकारी को तत्काल गिरफ्तार करने वाली एसीबी ने इस मामले में तफ्तीश के बाद आगे की कार्रवाई का निर्णय लिया है। गत वर्ष ऐसी ही एक कार्रवाई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिव्या मित्तल को गिरफ्तार करने के साथ ही उनके घर की तलाशी भी ली गई थी।

एसओजी की तत्कालीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिव्या मित्तल को एसीबी ने 16 जनवरी 2023 को गिरफ्तार किया था। उनके खिलाफ ट्रैप की कार्रवाई चार दिन पहले 12 जनवरी को तय की गई थी। एसीबी ने दावा किया था कि नकली दवाओं के मामले में एक पक्ष को कार्रवाई का भय दिखा कर दो करोड़ रुपए मांगे गए थे। एसीबी मामले में मध्यस्थ महिला अधिकारी के परिचित सुमित कुमार को अजमेर में एसीबी 25 लाख की डमी करैंसी और 25 लाख रुपए लेते रंगे हाथ पकडऩे की तैयारी में थी। इस बीच आरोपी को एसीबी टीम के अजमेर पहुंचने की भनक लग गई और वह फरार हो गया था। इस कार्रवाई के बाद एसीबी ने एफआइआर दर्ज की और अदालत से आदेश लेकर तलाशी के साथ ही आरोपी अधिकारी दिव्या मित्तल को गिरफ्तार कर लिया था। तलाशी में साक्ष्यों के आधार पर आय से अधिक सम्पत्ति का मामला भी दर्ज किया था।

जबकि इसी तरह के मामले में ट्रैप फेल होने के बाद एसीबी ने दूदू के तत्कालीन कलक्टर हनुमान मल ढाका के खिलाफ रिश्वत मांगने का मामला तो दर्ज कर लिया, लेकिन आगे की कार्रवाई पर एसीबी मौन है। आरोपी अधिकारी के आवास की भी तलाशी नहीं ली गई। एसीबी का दावा है कि तस्दीक कार्रवाई में कलक्टर की ओर से रिश्वत मांगने की दो बार पुष्टि हुई है। एसीबी ने बातचीत की सीडी रिकॉर्ड पर ली है। इसके साथ ही सीडी की एक कॉपी आरोपी पक्ष के लिए भी सुरक्षित रखी है। अब गिरफ्तारी पर निर्णय जांच अधिकारी संदीप सारस्वत करेंगे।

Published on:
01 May 2024 12:19 pm
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