Rajasthan assembly News: इस परियोजना से 1,623 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा, जिसमें लगभग 80 प्रतिशत स्थानीय लोग शामिल होंगे। यह रोजगार अवसर स्थानीय युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देंगे।
UCIL investment: जयपुर. राजस्थान के सीकर जिले की खण्डेला तहसील में प्रस्तावित यूरेनियम खनन परियोजना से न केवल क्षेत्रीय विकास की राह खुलेगी, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी बड़े पैमाने पर सृजित होंगे। विधानसभा में मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने जानकारी दी कि यूरेनियम कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड इस परियोजना में लगभग 3 हजार करोड़ रुपए का निवेश करेगी।
मंत्री गोदारा ने बताया कि इस परियोजना से 1,623 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा, जिसमें लगभग 80 प्रतिशत स्थानीय लोग शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि यह रोजगार अवसर स्थानीय युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देंगे।
उन्होंने स्पष्ट किया कि वर्तमान में खण्डेला तहसील में एटॉमिक मिनरल्स डायरेक्टरेट फॉर एक्सप्लोरेशन एंड रिसर्च एवं डिपार्टमेंट ऑफ एटॉमिक एनर्जी द्वारा खनिज यूरेनियम की खोज संबंधी कार्यवाही चल रही है। इसमें डिक्लाइन और उससे संबंधित निर्माण कार्य प्रगति पर हैं। इन संस्थाओं ने देश के अन्य हिस्सों में भी खनन और क्षेत्रीय विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है।
विधायक सुभाष मील के प्रश्न के लिखित जवाब में मंत्री ने बताया कि फिलहाल ग्राम पंचायत रोयल में खनन कार्य शुरू नहीं हुआ है। हालांकि, राज्य सरकार के पक्ष में 1,086.46 हैक्टेयर क्षेत्र का खनन पट्टा आवंटन के लिए मंशा पत्र 23 जून 2022 को जारी कर दिया है।
मंत्री ने कहा कि भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास एवं पुनस्र्थापना अधिनियम 2013 के तहत चल रही है। इसके अनुसार प्रभावित लोगों को उचित मुआवजा और पुनर्वास की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने आश्वस्त किया कि खण्डेला क्षेत्र के जनहित को ध्यान में रखते हुए हरसंभव विकास सुनिश्चित किया जाएगा।