Weather Update : मौसम विभाग का नया अलर्ट आया है। राजस्थान के 2 जिलों में 30-40 KMPH की रफ्तार से अंधड़ चलने के आसार हैं। साथ ही मेघगर्जन के साथ बारिश होने की संभावना है।
Weather Update : राजस्थान में एक बार फिर मौसम बदल गया। जयपुर सहित कई शहरों में रात में ठंडक बढ़ गई है। मौसम विभाग का 22 फरवरी के लिए नया Prediction आया है। मौसम विभाग ने प्रदेश के 2 जिलों के लिए Yellow Alert जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार आज शनिवार को श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों और आस-पास के क्षेत्रों में कहीं-कहीं मेघगर्जन संग बूंदाबांदी और हल्की बारिश की संभावना है। साथ ही इस दौरान 30-40 KMPH की रफ्तार से अंधड़ चलने की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने सावधान रहने के लिए भी चेताया है।
मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर ने यह Prediction जारी किया है कि 26 फरवरी तक प्रदेश में मौसम ड्राय रहेगा। 23-24 फरवरी से प्रदेश के तापमान में बढ़ोतरी होने की संभावना है। 27 फरवरी से एक पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने का अनुमान है।
मौसम विभाग के बीते 24 घंटे के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में सबसे अधिक दिन का तापमान बाड़मेर में 31.9 डिग्री सेल्सियस रहा। कल दिन में सबसे ज्यादा ठंडक गंगानगर में रही, जहां का अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
जयपुर में शुक्रवार रात व शनिवार सुबह ठंडी हवाएं तेज गति से चल रहीं हैं। जिससे सुबह ठंड बढ़ गई। जयपुर का आज शनिवार को सुबह 9 बजे तापमान 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं आज जयपुर का अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस रहने के आसार हैं।
फाल्गुन में मौसम बदल रहा है। अजमेर में शुक्रवार को दिनभर तेज धूप से गर्माहट महसूस हुई। हालांकि सुबह-शाम ठंडक घुली रही। अधिकतम तापमान 28.2 और न्यूनतम 15.2 डिग्री सेल्सियस रहा। राज्य के कई हिस्सों में बरसात और ठंडक के चलते बीते तीन-चार दिन में दिन और रात के पारे में करीब 3 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई है। सुबह मौसम में ठंडापन महसूस हुआ। लोग गर्म कपड़ों में लिपटे रहे। धूप निकलने के साथ मौसम सामान्य हो गया।दिनभर तीखी धूप ने परेशान किया। ज्यादातर लोग छायादार स्थानों पर बैठे नजर आए। दिन में पंखे भी चलाने पड़े। देर शाम फिर मौसम में ठंडक घुल गई।
साल 2025 की शुरुआत से भारत सहित अधिकांश देश, ठंडक, तेज गर्मी, तूफान से प्रभावित है। ग्लोबल वार्मिंग का मौसम में असर दिख रहा है। इससे मौसम और ऋतुएं प्रभावित हो ही हैं। इस बार बर्फबारी भी अपेक्षाकृत कम हुई है। पिछले साल की अपेक्षा मई-जून का तापमान 1 से 2 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रह सकता है।