जैसलमेर के सीमावर्ती क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे सडक़ सीमा में किए गए अतिक्रमणों को शुक्रवार को हटाने की कार्रवाई की गई।
जैसलमेर के सीमावर्ती क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे सडक़ सीमा में किए गए अतिक्रमणों को शुक्रवार को हटाने की कार्रवाई की गई। इस दौरान तनोट व रणाऊ गांवों में करीब एक दर्जन कच्चे-पक्के निर्माण कार्यों को ध्वस्त किया गया। गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे सडक़ सीमा में किए गए स्थायी व अस्थायी अतिक्रमणों को हटाने को लेकर अभियान चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत पूर्व में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या- 11 पर चांधन गांव के आसपास कार्रवाई कर अतिक्रमणों को हटाया गया था। शुक्रवार को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से जैसलमेर क्षेत्र के तनोट व रणाऊ गांवों में राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे किए गए अतिक्रमणों को हटाया गया। अतिक्रमण के बाद सडक़ किनारे मार्ग खुला नजर आया।
जिले के तनोट व रणाऊ गांवों से राष्ट्रीय रामजार्ग संख्या 68 निकलता है। यहां राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे बड़ी संख्या में लोगों की ओर से कच्चे-पक्के निर्माण करवाकर और सामान रखकर अतिक्रमण किया गया था। जिसको लेकर एनएचएआई के परियोजना निदेशक दिग्विजयसिंह के निर्देशानुसार प्राधिकरण के स्थल अभियंता शैलेन्द्रसिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम की ओर से गत मई माह में अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी कर स्वेच्छा से अतिक्रमण हटाने के लिए कहा गया था, लेकिन अतिक्रमण नहीं हटाए गए।
अभियंता शैलेन्द्रसिंह के नेतृत्व में टीम शुक्रवार को मौके पर पहुंची। प्रशासन की ओर से कार्यपालक मजिस्ट्रेट व तहसीलदार रामगढ़ महावीर सिलु, तनोट थानाप्रभारी ओमकरण के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। साथ ही जैसलमेर पुलिस लाइन से अतिरिक्त पुलिस बल भी बुलवाया गया। टीम की ओर से जेसीबी की सहायता से रणाऊ गांव में दो पक्के निर्माण ध्वस्त किए गए। साथ ही तनोट गांव में सडक़ सीमा में किए गए नौ अतिक्रमणों को हटाया गया। कार्रवाई के दौरान एकबारगी हडक़ंप मच गया।