पोकरण क्षेत्र में इन दिनों सड़क किनारे लगे पेड़ पौधों के साथ हॉर्डिंग्स, निर्मित व खंडहर भवनों, पानी की टंकियों, ट्री-गार्ड आदि पर ध्वजाओं का अंबार लगा हुआ है।
पोकरण क्षेत्र में इन दिनों सड़क किनारे लगे पेड़ पौधों के साथ हॉर्डिंग्स, निर्मित व खंडहर भवनों, पानी की टंकियों, ट्री-गार्ड आदि पर ध्वजाओं का अंबार लगा हुआ है। लोक देवता बाबा रामदेव के जातरुओं पर श्रद्धा व आस्था सिर चढ़कर बोल रही है। यहां सड़क के दोनों तरफ पेड़ पौधे, झाडिय़ां, ट्री-गार्ड, भवन व खंडहर रंग बिरंगी ध्वजाओं से अटे नजर आ रहे है। गौरतलब है कि रामदेवरा आने वाले अधिकांश श्रद्धालु पोकरण होकर गुजरते है। पदयात्री जब अपने गांव से रवाना होते है तो साथ में बाबा की सफेद, पचरंगी व सतरंगी ध्वजा लेकर निकलते है, जो रामदेवरा पहुंचने से पूर्व यहां की मिट्टी, भूमि, पेड़ व झाडिय़ों को बाबा रामदेव का प्रतीक मानकर उस ध्वजा को यहां चढ़ा देते है। इसी के चलते पोकरण से रामदेवरा तक सड़क के दोनों तरफ स्थित पेड़ व झाडिय़ां रंग बिरंगी ध्वजाओं से अटी पड़ी है।हर जगह मंदिर जैसी आस्थापोकरण-रामदेवरा मार्ग पर गुजरने वाले सभी पदयात्री गोमट से निकलते ही सड़क के दोनों तरफ लगी झाडिय़ोंं, पेड़ पौधों पर ध्वजाएं लगा देते है। साथ ही बीएसएफ की तारबंदी, ट्री-गार्ड पर भी ध्वजाएं नजर आ रही है। श्रद्धालुओं की आस्था इस कदर है कि बीएसएफ के सामने लगे एक बड़े पेड़ के शिखर पर भी ध्वजाएं लगाई हुई है। सड़क के दोनों तरफ ध्वजाओं के अंबार एवं डीजे की धुन पर नाचते-झूमते पदयात्रा कर जाते हुए श्रद्धालुओं से माहौल धर्ममय नजर आ रहा है।
रामदेवरा रास्ते पर बाबा रामदेव नंदी गोशाला के भवनों पर ध्वजाएं लगी हुई है। इसके अलावा रामदेवरा गांव के रामसरोवर तालाब के घाटों पर बड़ी-बड़ी ध्वजाओं को गाड़ दिया गया है। रामसरोवर के पास ही स्थित पानी की बड़ी एसआर के ऊपर चढ़कर भी श्रद्धालुओं ने ध्वजाएं लगा दी है। दोनों तरफ ध्वजाओं से अटे पोकरण-रामदेवरा मार्ग पर जोश व उत्साह से लवरेज श्रद्धालु बाबा के जयकारे लगाते हुए चल रहे है। जिससे मेले का माहौल धर्ममय नजर आ रहा है।