दीपावली का त्योहार आते ही बच्चों की खुशी और बाजार की रौनक दोनों चरम पर हैं, लेकिन इस बार बच्चों की पसंद में बदलाव साफ झलक रहा है।
दीपावली का त्योहार आते ही बच्चों की खुशी और बाजार की रौनक दोनों चरम पर हैं, लेकिन इस बार बच्चों की पसंद में बदलाव साफ झलक रहा है। पहले जहां वे पारंपरिक खिलौनों को लेकर उत्साहित रहते थे, वहीं अब उनका ध्यान शैक्षिक गेम्स, कार्टून थीम गिफ्ट और फ्यूजन वियर पर अधिक है।
कक्षा 5 की छात्रा आर्या बताती है, मुझे इस बार प्लास्टिक खिलौने नहीं चाहिए, मैंने पापा से लकड़ी का पजल गेम मांगा है। इससे खेलते हुए नई बातें सीखने को मिलती हैं। वहीं 10 वर्षीय विवेक कहता है, कार्टून वाले चॉकलेट गिफ्ट बॉक्स बहुत अच्छे लगते हैं, मैं दोस्तों को वही दूंगा। बच्चों में इस बार थीम बेस्ड और एजुकेशनल गिफ्ट को लेकर खास उत्साह है।
स्थानीय व्यापारी राकेश परिहार का कहना है, इस बार बाजार में लकड़ी और मिट्टी से बने हस्तनिर्मित खिलौनों की खूब मांग है। लोग अब प्लास्टिक से दूरी बना रहे हैं। मिठाई विक्रेता लक्ष्मणसिंह बताते हैं कि बच्चों के लिए हेल्दी स्वीट्स की मांग बढ़ी है। गुड़ और ड्रायफ्रूट से बनी चॉकलेट मिठाइयाँ सबसे ज्यादा बिक रही हैं।
वस्त्र व्यापारी मंजू कंवर के अनुसार राजस्थानी परिधान अब आधुनिक फ्यूजन के साथ बाजार में हैं। परिवार एक जैसे रंग और डिजाइन के कपड़े पसंद कर रहे हैं, जिससे त्योहार का आनंद और बढ़ जाता है।