जैसलमेर

स्मार्ट मीटर के खिलाफ और पंचायत राज चुनाव जल्द करवाने की मांग को लेकर कांग्रेस ने निकाला जुलूस

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार बुधवार को जिला कांग्रेस कमेटी ने जैसलमेर मुख्यालय पर गड़ीसर प्रोल से कलेक्ट्रेट तक राज्य सरकार के खिलाफ जुलूस निकाला गया।

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Jul 23, 2025
जैसलमेर. विरोध जुलूस में शामिल कांग्रेसजन। पत्रिका

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार बुधवार को जिला कांग्रेस कमेटी ने जैसलमेर मुख्यालय पर गड़ीसर प्रोल से कलेक्ट्रेट तक राज्य सरकार के खिलाफ जुलूस निकाला गया। बिजली के स्मार्ट मीटर लगाए जाने के खिलाफ और पंचायत राज संस्थाओं और नगर निकाय के चुनाव जल्द करवाने की मांग को लेकर जिला कांग्रेस ने जिला प्रभारी डॉ राजेंद्र मूंढ, जिला अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर, पूर्व विधायक रूपाराम धनदेव और पीसीसी महासचिव अंजना मेघवाल के नेतृत्व में जुलूस निकाला और कलेक्ट्रेट पर नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने इस संबंध में जिला कलक्टर को राज्यपाल के नाम सौंपे ज्ञापन में शहर और गांवों में पानी और बिजली की व्यवस्था सुदृढ़ करने, प्रदेश में कथित तौर पर बिगड़ी कानून व्यवस्था, नरेगा के काम स्वीकृत नहीं होने, नहरी किसानों को रबी की फसल के लिए 7-8 बारी का पानी समय पर दिलाए जाने, जैसलमेर शहर में चरमराई सफाई व्यवस्था, बरसात के मौसम में नाले, नालों और सीविरेज की सफाई व्यवस्था जल्द करवाने सहित स्थानीय जन समस्याओं के मुद्दों उठाया।

लूट का नया संस्करण

विरोध प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए राजेंद्र मूंढ ने कहा कि सरकार सुचारू बिजली की सप्लाई के बारे में बात नहीं कर रही है। गरीब, मजदूर, किसान की जेब से पैसे कैसे निकाले, इसके लिए स्मार्ट बिजली मीटर के माध्यम से लूट का नया संस्करण पेश कर रही है। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर ने कहा कि जिले की जनता पिछले कई महीनों से बिजली पानी की समस्या से जूझ रही है। उस पर यह स्मार्ट बिजली मीटर कोढ़ में खाज का काम कर रहा है। जैसलमेर में एक वर्ष पूर्व ही इलेक्ट्रॉनिक बिजली मीटर लगाए गए थे, ऐसे में नए स्मार्ट बिजली मीटर की क्या आवश्यकता पड़ गई, यह समझ से परे है। अंजना मेघवाल ने कहा कि सरकार किसानों की आय दुगनी करने का झुनझुना पकड़ा कर आम गरीब से राष्ट्रीय लूटपाट की तैयारी में है। प्रदेश की जनता के बुरे हाल हो गए हैं। उप जिला प्रमुख भुपेंद्र बारूपाल ने कहा कि सरकार पूरी तरह से विफल हो चुकी है। पंचायती राज चुनाव में देरी का सीधा मतलब यही है कि सरकार जनता की भागीदारी नहीं चाहती और अपने नुमाइंदों से मिलकर जनता के साथ बहुत बड़ा खेल खेला जा रहा है।

इनकी रही मौजूदगी

विरोध प्रदर्शन में तगाराम मेघवाल, सुमार खां कंधारी, अशोक तंवर, देवकाराम माली, मिठालाल मेहता, छोटू खान कंधारी, कुन्दन प्रजापत, रूपचंद सोनी, धर्मेन्द्र आचार्य, गोवर्धनसिंह चौहान, खेताराम मंगल, खीमाराम देवपाल, लालदीन मेहर, राजेन्द्रसिंह भाटी, गुलशेर खान, कमलेश छंगाणी, दुर्गेश आचार्य, काने खां मेरासी, प्रेम भार्गव, शान्ति चूरा, परमेश्वर राठौड़, जिला प्रवक्ता रूघदान झीबा सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन शामिल रहे।

Published on:
23 Jul 2025 08:48 pm
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