जैसलमेर जिला मुख्यालय से करीब 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नगरपरिषद का डम्पिंग यार्ड जरूरी व्यवस्थाओं के अभाव में एक तरफ गोवंश के लिए जानलेवा स्थान बना हुआ है तो दूसरी ओर क्षेत्र में बसने वाली आबादी के लिए सांस का संकट।
जैसलमेर जिला मुख्यालय से करीब 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नगरपरिषद का डम्पिंग यार्ड जरूरी व्यवस्थाओं के अभाव में एक तरफ गोवंश के लिए जानलेवा स्थान बना हुआ है तो दूसरी ओर क्षेत्र में बसने वाली आबादी के लिए सांस का संकट। शहर भर का कूड़ा-करकट और मृत पशु तक यहां लाकर डाल दिए जाते हैं। बड़ाबाग जैसी पुरानी विरासत क्षेत्र में यह डम्पिंग यार्ड जिम्मेदारों की अनदेखी की ज्वलंत मिसाल बन गया है। जहां तक नजर जाती है, बेशुमार प्लास्टिक, मृत पशुओं के शव, खाद्य पदार्थों का अपशिष्ट ही दिखता है। दुर्गंध इतनी तीक्ष्ण कि, सांस लेना भी मुश्किल होता है। यहां दिनभर गोवंश मंडराता रहता है। वे प्लास्टिक, होटलों आदि का बचा हुआ बासी भोजन और मृत पशुओं के अवशेष खाकर बीमार हो रहे हैं और काल के गाल में भी समा रहे हैं।