मोहनगढ क्षेत्र में इन दिनों भीषण गर्मी का दौर जारी है। सूर्यदेव के तीखे तेवरों ने ग्रामीणों का जीना दुश्वार कर दिया है।
मोहनगढ क्षेत्र में इन दिनों भीषण गर्मी का दौर जारी है। सूर्यदेव के तीखे तेवरों ने ग्रामीणों का जीना दुश्वार कर दिया है। गर्मी के बढऩे के साथ ही इन दिनों आगजनी की घटनाओं में भी इजाफा हो रहा है। आगजनी की घटनाओं में पेड़ पौधों, मूक प्राणियों को काफी नुकसान हो रहा है। बुधवार की दोपहर में ग्राम देवा िस्थत शरणार्थी भील बस्ती में बने एक पशु बाड़े में आग लग गई। आग के लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। आगजनी इस घटना में एक गाय व सात बकरियां जिंदा जल गई। घटना की जानकारी मिलने पर नेहड़ाई पुलिस चौकी से देवी सिंह, पटवारी जितेन्द्र कुमार, बरकत खां मौके पर पहुंचे। पशुपालन विभाग के डॉ ममता चंदेल की देखरेख में मृत पशुओं का पोस्ट मार्टम किया गया। प्राप्त जानकारी अनुसार ग्राम देवा में शरणार्थी भील बस्ती आई हुई। भील बस्ती में किरशन राम पुत्र मालिया राम का घास फूस से गायों का बाड़ा बना हुआ था। पशुओं की छाया के लिए घास फूस का छप्परा बना रखा था। बुधवार की दोपहर में पशु बाड़े के ऊपर से गुजर रही बिजली की तार में शॉर्ट हो गया। जिसकी चिंगारी से पशु बाड़े व छप्परे में आग लग गई। जिसमें एक गाय व सात बकरियां जिंदा जल गई।
- 24 मार्च को ग्राम देवा के पास धींगण खड़ीन के पास आई वन पट्टी में आग लग गई थी। जिससे काफी संख्या में पेड़ पौधे जलकर नष्ट हो गए थे। साथ ही राष्ट्रीय पक्षी मोर के अलावा अन्य पक्षियों के जलने की संभावना जताई जा रही थी। आग पर काबू पाने के लिए जैसलमेर दमकल पहुंची। दो दिन में आग पर पूरी तरह से काबू पाया गया।
-- 11 अप्रैल को नहरी क्षेत्र के चक चार बीडब्ल्यूएम में एक रहवासी कच्चे आवास में अज्ञात कारणों से आग लग गई थी। ग्रामीणों के सहयोग से आग पर काबू पाया गया। मगर कच्चे रहवासी आवास में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया था।
-- 20 मई को इंदिरा गांधी नहर के अंतिम छोर जीरो आरडी से निकलने वाली मण्डाउ नहर के किनारे वन पट्टी में आग लग गई थी। सूचना मिलने पर वन विभाग के कार्मिकों व ग्रामीणों के सहयोग से आग पर काबू पाया गया। जिससे बड़ी घटना घटने से बच गई।