दिवाली सीजन में इस बार पर्यटकों की बम्पर आवक होने से सबसे ज्यादा परेशानी सोनार दुर्ग की घाटियों में झेलनी पड़ी है।
दिवाली सीजन में इस बार पर्यटकों की बम्पर आवक होने से सबसे ज्यादा परेशानी सोनार दुर्ग की घाटियों में झेलनी पड़ी है। किले पर जाने और वापस आने का एक ही मार्ग होने से इन घाटियों पर पैदल चलते हुए सैलानियों व स्थानीय बाशिंदों को जाम का सामना करना पड़ रहा है।
इन लोगों की परेशानी के मद्देनजर प्रशासन ने रियासतकाल में बने खिडक़ी वाले दरवाजे को खुलवा दिया है। कलक्टर प्रतापसिंह के निर्देशानुसार नगरपरिषद आयुक्त लजपाल सिंह सोढ़ा ने गत शुक्रवार शाम को संबंधित पक्षों से बातचीत करने के बाद यह रास्ता खुलवाया। सोढ़ा ने बताया कि इसमें पूर्व राजघराने के सदस्य चैतन्यराजसिंह ने भी सहयोग किया। शनिवार सुबह यह रास्ता सुचारू होने से पर्यटकों को सूरज प्रोल से सीधे दुर्ग की चौथी प्रोल तक पहुंचने का मार्ग मिल गया। इससे काफी हद तक पैदल चलने वालों को आवाजाही में सुविधा मिल सकी।