India-PAK Conflict: राजस्थान के जैसलमेर में शुक्रवार सुबह जिंदा बम मिलने के बाद जिला प्रशासन ने पूरे जिले को हाई अलर्ट पर रखते हुए कड़े निर्देश जारी किए हैं।
India-PAK Conflict: राजस्थान के जैसलमेर में शुक्रवार सुबह जिंदा बम मिलने के बाद जिला प्रशासन ने पूरे जिले को हाई अलर्ट पर रखते हुए कड़े निर्देश जारी किए हैं। किशनघाट क्षेत्र की जोगियों की बस्ती में यह बम मिलने से हड़कंप मच गया। सेना की टीम ने तत्काल मौके पर पहुंचकर पूरे इलाके को सील कर दिया और बम को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। यह घटना पाकिस्तान द्वारा किए गए हालिया ड्रोन हमलों के प्रयासों की कड़ी मानी जा रही है, जिन्हें भारतीय सेना ने सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया।
जैसलमेर जिला कलेक्टर ने जिले में नई गाइडलाइन जारी करते हुए सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की बात कही है। ड्रोन संचालन, आतिशबाजी और रात के समय वाहनों के आवागमन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया गया है।
1. ड्रोन संचालन पर पूर्ण प्रतिबंध
8 मई से 7 जुलाई 2025 तक जिले में किसी भी प्रकार के ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध रहेगा।
सभी ड्रोन धारकों को 9 मई शाम 5 बजे तक अपने ड्रोन नजदीकी थाने में जमा करवाने का निर्देश।
2. आतिशबाजी पर रोक
पटाखों की बिक्री, खरीद और उपयोग पूरी तरह वर्जित।
सभी पटाखों की दुकानें तत्काल प्रभाव से बंद रहेंगी।
3. पूर्ण ब्लैकआउट
हर रात 6 बजे से सुबह 6 बजे तक जिले में ब्लैकआउट रहेगा।
इस दौरान सभी लाइटें बंद रखें और खिड़कियों को पर्दों से ढकें।
4. शाम 6 बजे के बाद आवागमन प्रतिबंधित
6 बजे के बाद किसी भी प्रकार के वाहन का संचालन वर्जित रहेगा।
डिफेंस एरिया के 5 किलोमीटर के दायरे में नो एंट्री लागू।
रामगढ़-तनोट रोड पर दोपहर 3 बजे के बाद आवाजाही पूरी तरह बंद।
5. बाजार बंद करने का समय
शाम 5 बजे तक सभी दुकानें बंद कर दी जाएं।
वहीं, किशनघाट जैसे घनी आबादी वाले इलाकों में सेना और पुलिस की अतिरिक्त टीमें तैनात की गई हैं। रात 7 बजे के बाद घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी।
बता दें, ADM परसराम सैनी ने कहा कि हम सभी को जिम्मेदार नागरिक बनते हुए प्रशासन का साथ देना चाहिए। नियमों का पालन करें और अफवाहों से दूर रहें। प्रशासन की ओर से हर कदम आपकी सुरक्षा के लिए है। वहीं, जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि बॉर्डर से लगे गांवों को खाली कराने का कोई आदेश नहीं दिया गया है। सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों से सावधान रहें और केवल सरकारी सूचना पर ही भरोसा करें।