जैसलमेर शहर का गड़ीसर चौराहा स्वर्णनगरी में प्रवेश करने का प्रमुख बिंदु है, लेकिन पिछले लंबे समय से यहां अव्यवस्था का हाल देखने को मिल रहा है।
जैसलमेर शहर का गड़ीसर चौराहा स्वर्णनगरी में प्रवेश करने का प्रमुख बिंदु है, लेकिन पिछले लंबे समय से यहां अव्यवस्था का हाल देखने को मिल रहा है। सडक़ के बीच मजदूरों की भीड़, बिना इंतजाम के खड़े वाहन और जगह-जगह जाम की स्थिति दुर्घटना की आशंका पैदा करती हैं।
क्षेत्रवासियों के अनुसार सुबह सात बजे से शाम तक सडक़ के बीच मजदूरों का जमावड़ा बना रहता है, जिससे आवागमन बाधित होता है और वाहनों को अचानक ब्रेक लगाकर निकलना पड़ता है। पर्यटक शहर में प्रवेश के साथ ही इस अव्यवस्था को देखकर हैरान हो जाते हैं। सडक़ पार करने वाले लोगों को वाहनों की स्पीड का ध्यान नहीं रहता। कई बार यातायात कर्मियों की अनुपस्थिति के कारण स्थिति और बिगड़ जाती है। उधर, मुसाफिर खाना- स्वर्णनगरी चौराहा मार्ग पर जगह-जगह अवैध कब्जों के साथ बड़े वाहनों का जमावड़ा रहता है। कई दुकानदार दुकानों के आगे कब्जा कर सडक़ की चौड़ाई कम कर देते हैं। हाथ ठेले और खड़े वाहन रास्ते को लगभग बंद कर देते हैं। ऐसे में मुख्य मार्ग पर जाम लगना आम बात हो गई है।
स्थानीय निवासियों की मानें तो उक्त स्थिति को सुधारने की कवायद की जा सकती है। इतिहासवेता व शहर की कला-संस्कृति के विषयों से जुड़े ऋषिदत्त पालीवाल बताते हैं कि श्रमिकों के खड़े होने के लिए अंबेडकर उद्यान के पास बाड़मेर रोड पर अलग स्थान तय किया जाए, ताकि गड़ीसर चौराहे पर भीड़ न जमे और दुर्घटनाओं की संभावना कम हो। इसी तरह सत्यदेव व्यास पार्क और सागरमल गोपा प्रतिमा के पास खड़े वाहनों की पार्किंग अन्यत्र शिफ्ट करने की जरूरत महसूस की जा रही है। सडक़ से अतिक्रमण को हटाकर मार्ग को सुगम बनाना भी जरूरी है।