कृषि विज्ञान केंद्र जैसलमेर सितंबर के प्रथम सप्ताह में पांच दिवसीय कौशल प्रशिक्षण आयोजित करेगा। इसमें थार शोभा खेजड़ी की ग्राफ्टिंग, नर्सरी प्रबंधन, बागवानी पौधों और कम्पोस्ट खाद निर्माण की तकनीक सिखाई जाएगी।
जैसलमेर: कृषि विज्ञान केंद्र जैसलमेर आगामी सितंबर महीने के प्रथम सप्ताह में पांच दिवसीय कौशल प्रशिक्षण आयोजित करेगा। प्रशिक्षण में देशी खेजड़ी पर थार शोभा खेजड़ी की ग्राफ्टिंग, नर्सरी प्रबंधन और कम्पोस्ट खाद निर्माण जैसे विषय शामिल होंगे।
वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. दीपक चतुर्वेदी ने बताया कि जैसलमेर जिले में मृदा अपरदन की समस्या गंभीर है। ऐसे में किसानों को थार शोभा खेजड़ी की उन्नत किस्म का पौधारोपण प्राथमिकता से करना चाहिए। बढ़ती मांग को पूरा करने और स्थानीय स्तर पर पौध उपलब्ध कराने के लिए यह प्रशिक्षण कार्यक्रम रखा गया है।
प्रशिक्षण में बीकानेर कृषि विश्वविद्यालय, भाकृअनुप संस्थान और अन्य विशेषज्ञ किसानों व नवयुवकों को प्रायोगिक जानकारी देंगे। इसमें खेजड़ी ग्राफ्टिंग के अलावा बेर, अनार, खजूर जैसे बागवानी पौधों का प्रबंधन, नर्सरी विकास और कम्पोस्ट खाद उत्पादन की तकनीक सिखाई जाएगी।
डॉ. दीपक चतुर्वेदी ने बताया कि प्रशिक्षण से किसान और नवयुवक स्वयं थार शोभा खेजड़ी की ग्राफ्टिंग कर पौध तैयार कर सकते हैं। इससे न केवल मांग की आपूर्ति संभव होगी, बल्कि प्रतिभागी आर्थिक लाभ भी अर्जित कर सकेंगे।
साथ ही शहरी क्षेत्र में नर्सरी और कम्पोस्ट उत्पादन का व्यवसाय भी लाभकारी सिद्ध हो सकता है। इच्छुक प्रतिभागियों को सलाह दी गई है कि वे शीघ्र गूगल फॉर्म भरकर और 1500 रुपए नकद शुल्क कृषि विज्ञान केंद्र में जमा कर अपनी सीट सुनिश्चित कर सकेंगे।