कम्प्यूटर अनुदेशक के पदों की स्थिति और अधिक गंभीर है। जिले में कुल 103 स्वीकृत पदों में से केवल 41 कार्यरत हैं और 62 पद रिक्त हैं।
जैसलमेर जिले में शिक्षा और तकनीकी प्रशिक्षण के क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारियों की स्थिति जिम्मेदार अधिकारियों और विद्यार्थियों, दोनों के लिए चिंता का विषय बन गई है। आंकड़ों के अनुसार जिले में प्रयोगशाला सहायकों और कम्प्यूटर अनुदेशक पदों में रिक्तियां हैं, जिससे विद्यार्थियों की पढ़ाई और तकनीकी प्रशिक्षण प्रभावित हो रहा है प्रयोगशाला सहायकों के कुल 45 स्वीकृत पदों में से केवल 33 कर्मी वर्तमान में कार्यरत हैं, जबकि 12 पद रिक्त हैं। क्षेत्रवार स्थिति पर नजर डालें तो भणियाणा में 3 स्वीकृत पदों में 2 कार्यरत हैं और 1 रिक्त है। फतेहगढ़ में 8 स्वीकृत पदों में केवल 4 कर्मी कार्यरत हैं, जबकि 4 रिक्त हैं। जैसलमेर में 15 पदों में 12 कार्यरत हैं और 3 रिक्त हैं। मोहनगढ़ का आंकड़ा और भी चिंताजनक है, जहां 2 स्वीकृत पदों में कोई कर्मी कार्यरत नहीं है। नाचना में एकमात्र स्वीकृत पद कार्यरत है। पोकरण में 13 स्वीकृत पदों में 11 कर्मी कार्यरत हैं और 2 रिक्त हैं। सम क्षेत्र में सभी 3 स्वीकृत पद कार्यरत हैं।
कम्प्यूटर अनुदेशक के पदों की स्थिति और अधिक गंभीर है। जिले में कुल 103 स्वीकृत पदों में से केवल 41 कार्यरत हैं और 62 पद रिक्त हैं। भणियाणा में 20 पदों में से केवल 5 कर्मी कार्यरत हैं और 15 रिक्त हैं। फतेहगढ़ में 10 पदों में केवल 4 कार्यरत हैं और 6 रिक्त हैं।जैसलमेर में 17 स्वीकृत पदों में 8 कर्मी कार्यरत हैं और 9 रिक्त हैं। मोहनगढ़ में 12 पदों में केवल 4 कार्यरत हैं और 8 रिक्त हैं। नाचना में 11 पदों में से केवल 5 कार्यरत हैं और 6 रिक्त हैं। पोकरण में 21 पदों में 12 कार्यरत हैं और 9 रिक्त हैं। सम क्षेत्र में 12 पदों में से केवल 3 कर्मी कार्यरत हैं और 9 रिक्त हैं।यह है हकीकतआंकड़ों के विश्लेषण के अनुसार कम्प्यूटर अनुदेशक पदों पर रिक्तियों का प्रतिशत लगभग 60 प्रतिशत है, जबकि प्रयोगशाला सहायकों में लगभग 27 प्रतिशत पद खाली हैं। मोहनगढ़ और सम क्षेत्र में सबसे अधिक चुनौती है, क्योंकि वहां कर्मियों की संख्या अत्यंत न्यून है।