स्वर्णनगरी या गोल्डनसिटी के नाम से सैलानियों में मशहूर जैसलमेर को आगामी पर्यटन सीजन में हवाई सेवा से जोडऩे के लिए विमानन कम्पनियों का शेड्यूल तैयार हो गया है।
स्वर्णनगरी या गोल्डनसिटी के नाम से सैलानियों में मशहूर जैसलमेर को आगामी पर्यटन सीजन में हवाई सेवा से जोडऩे के लिए विमानन कम्पनियों का शेड्यूल तैयार हो गया है। इसके अनुसार पर्यटन सीजन के चरम पर रहने के दौरान 3 एयरलाइन कम्पनियों की ओर से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लिए 5 फ्लाइट्स चलाए जाने का प्रस्ताव है, वहीं मुंबई, जयपुर और हैदराबाद से भी जैसलमेर की सीधी कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी। इससे देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को यहां तक पहुंचने में सुविधा मिलेगी। लेकिन लगातार दूसरे साल गुजरात के अहमदाबाद से जैसलमेर के लिए फ्लाइट नहीं शुरू की जा रही है, जिससे पर्यटन व्यवसायी और गुजरात से आने वाले पर्यटकों में निराशा व्याप्त है। अहमदाबाद जैसे प्रमुख स्थल के साथ पिछले वर्ष भी यही किया गया था। जबकि दिल्ली के लिए 5 फ्लाइट्स का कामयाबी के साथ संचालन किया जाना अपने आप में संदिग्ध है। रोजाना सैकड़ों यात्री केवल दिल्ली से जैसलमेर के लिए आवाजाही के लिए मिलना मुश्किल ही है। पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों के अनुसार अहमदाबाद को विमान सेवा से जोड़ा ही जाना चाहिए था। जिससे गुजराती सैलानियों के साथ स्थानीय बाशिंदों व प्रवासी जैसलमेरी समुदाय को भी बड़ी सुविधा मिल सकती है।
जानकारी के अनुसार जैसलमेर में सबसे अधिक सैलानी गुजरात से आते हैं। दिवाली, क्रिसमस और नववर्ष पर यहां सबसे ज्यादा पर्यटक गुजरात के अहमदाबाद, सूरत, बड़ौदा सहित अन्य शहरों से यहां आते हैं। उस समय अधिकांश होटल व रिसोर्ट व्यवसाय सहित पर्यटन से जुड़े अन्य प्रतिष्ठान व व्यक्ति गुजरात के पर्यटकों पर ही निर्भर रहते हैं। इसके बावजूद अहमदाबाद से हवाई सेवा शुरू नहीं होने पर पर्यटन व्यवसायी सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि सडक़ और रेल मार्ग के अलावा गुजराती पर्यटकों के लिए हवाई मार्ग की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए।
जैसलमेर के होटल्स और रिसोट्र्स व्यवसाय से जुड़े प्रतिनिधियों ने कहा कि अहमदाबाद से हवाई सेवा बंद रहने से ऐसे पर्यटक जैसलमेर नहीं आ पाते, जिनके पास समय का अभाव होता है और जो आर्थिक रूप से सक्षम होते हैं। जबकि पूर्व के वर्षों में अहमदाबाद-जैसलमेर के बीच सीधी फ्लाइट होने पर वहां से पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई थी। साथ ही जैसलमेर के स्थानीय बाशिंदों के साथ यहां के प्रवासी और गुजरात के अहमदाबाद व सूरत में रह रहे लोगों को बड़ी सुविधा मिलती थी। पिछले दो साल से यह सेवा बंद है। लोगों का कहना है कि सरकार और एयरलाइंस कंपनियों को इस दिशा में गंभीर पहल करनी चाहिए।
ट्रेवल एजेंट अखिल भाटिया के अनुसार जैसलमेर और अहमदाबाद के साथ सूरत को भी विमान सेवा से जोड़ा जाना चाहिए। इससे जैसलमेर के पर्यटन को जहां सहारा मिलेगा, वहीं एयरलाइन कम्पनियों को भी यात्रीभार मिल सकेगा। होटल व्यवसायी मेघराज परिहार के अनुसार गुजरात के पर्यटक पर्यटन कारोबार की रीढ़ के समान हैं, तो उनके लिए सीधी फ्लाइट उपलब्ध कराना प्राथमिकता होनी चाहिए। रिसोर्ट व्यवसायी ऐश्वर्य कुमार के अनुसार पर्यटन सीजन में जैसलमेर हवाई सेवाओं से गुलजार रहने वाला शहर है। दिल्ली, मुंबई, जयपुर और हैदराबाद से नई उड़ानों के जुडऩे से जहां सैलानियों की आवाजाही बढ़ेगी, वहीं अहमदाबाद से सेवा शुरू नहीं होने से सबसे बड़े पर्यटक वर्ग की उपेक्षा साफ दिखाई देती है।