दिधू व आसकद्रा के ग्रामीणों ने संयुक्त रूप से ट्रैक्टर रैली निकाल कर ओरण को राजस्व रिकार्ड में दर्ज कर पर्यावरण संरक्षण संदेश दिया। दिधू व आसकन्दरा के बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने ट्रैक्टर रैली निकाल कर बताया कि गांव के पूर्वजों की ओर से हजारों बीघा जमीन अपने देवी-देवता के नाम से कर दी जाती थी, लेकिन वह जमीन राजस्व रिकार्ड में आज तक दर्ज नहीं होने से कुछ तत्व फर्जी तरीके से आवंटन कर ओरण भूमि पर कब्जा करना चाहते हैं।
दिधू व आसकद्रा के ग्रामीणों ने संयुक्त रूप से ट्रैक्टर रैली निकाल कर ओरण को राजस्व रिकार्ड में दर्ज कर पर्यावरण संरक्षण संदेश दिया। दिधू व आसकन्दरा के बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने ट्रैक्टर रैली निकाल कर बताया कि गांव के पूर्वजों की ओर से हजारों बीघा जमीन अपने देवी-देवता के नाम से कर दी जाती थी, लेकिन वह जमीन राजस्व रिकार्ड में आज तक दर्ज नहीं होने से कुछ तत्व फर्जी तरीके से आवंटन कर ओरण भूमि पर कब्जा करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि पूर्वजों ने तनोटमाता के नाम पर गांव के चारों ओर हजारों बीघा जमीन माता के नाम पर दूध की धार लगा कर पक्षु-पक्षियों के लिए छोड़ दी गई थी। जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते राजस्व रिकार्ड में आज दिन तक उक्त भूमि दर्ज नहीं हो सकी। जिसको ओरण में दर्ज करवाने को लेकर व फर्जी आवंटन रद्द कर ओरण में दर्ज करने के लिए रविवार शाम को सैकड़ों लोगों ने ओरण में स्थित तनोटमाता मंदिर से ट्रैक्टर रैली निकाली। इस ट्रैक्टर रैली से दिधू व आसकन्दरा के चारों ओर 50 किलोमीटर तक ओरण की परिक्रमा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। वही ओरण भूमि को राजस्व रिकार्ड में दर्ज करवाने की मांग राज्य सरकार से की। कार्यक्रम में पोकरण विधायक मंहत प्रतापपुरी, बालेटा धाम मंहत निर्जन भारती व मानक भारती व दिधू आसकन्दरा के बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया।
इस अवसर पर शाम को तनोटमाता मंदिर में गांव के लोगों ने 351 दीपक लगाकर ओरण आरती का आयोजन किया। आरती के बाद प्रसादी का आयोजन भी किया गया। आसपास के गांव के सैकड़ो लोगों ने सामूहिक रूप से शिरकत की।
ग्रामीणों की मांग को देखते हुए उक्त ओरण भूमि को राजस्व रिकॉर्ड में तत्काल दर्ज किया जाए इसके लिए प्रयास किया जा रहे हैं। शीघ्र ही इस संबंध में सरकार की तरफ से उचित कार्यवाही कर उसे ओरण भूमि को राजस्व रिकार्ड मे दर्ज करवाया जाएगा।
- महंत प्रतापपुरी,विधायक पोकरण।