एनएच- 11 पर लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही। रामदेवरा क्षेत्र में प्रतिदिन ओवरलोड और ओवरस्पीड से दौड़ते वाहन सड़क सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बने हुए हैं।
एनएच- 11 पर लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही। रामदेवरा क्षेत्र में प्रतिदिन ओवरलोड और ओवरस्पीड से दौड़ते वाहन सड़क सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बने हुए हैं। हाइवे पर वाहन चालक बिना किसी रोक-टोक के मनमानी करते हैं। सबसे खतरनाक स्थिति तब बनती है जब बीच सड़क पर ही वाहन रोककर यात्री उतारे जाते हैं या मालवाहक ट्रकों से सामान नीचे उतारा जाता है। कार्रवाई के अभाव में यह दृश्य आम हो चुका है।जानकारी के अनुसार रामदेवरा थाने के आगे से हर दिन सैकड़ों वाहन गुजरते हैं।
बावजूद इसके, न तो यातायात पुलिस की सक्रियता नजर आती है, न ही परिवहन विभाग की सख्ती। हाइवे के बीच खड़े वाहन कभी भी बड़ी दुर्घटना को जन्म दे सकते हैं। प्रदेश के अन्य हिस्सों में हाईवे पर इस तरह की लापरवाही से कई जानें जा चुकी हैं, फिर भी रामदेवरा में जिम्मेदार बेपरवाह हैं। नाचना चौराहा और उससे जुड़ी सड़कों पर सुबह-शाम ओवरलोड वाहनों की लाइन लगी रहती है। इन वाहनों में सवारियों को ठूंस-ठूंसकर बैठाया जाता है, ताकि अधिक किराया वसूला जा सके। इस अव्यवस्था से न केवल यात्रियों की जान खतरे में पड़ रही है, बल्कि आमजन भी भयभीत हैं।
हाईवे पर तेज रफ्तार से गुजरते वाहनों की गति किसी भी क्षण जानलेवा साबित हो सकती है। पूर्व में दर्जनों हादसों में कई लोगों की जान जा चुकी है, परंतु अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस और प्रशासन की निष्क्रियता से वाहन चालकों के हौसले बुलंद हैं, जिससे एनएच 11 पर हादसे की आशंका लगातार बनी हुई है।