पोकरण क्षेत्र के रामदेवरा गांव में बाबा की समाधि पर चल रहे ख्याति प्राप्त अंतरप्रांतीय भादवा मेले का असर पोकरण में भी चरम पर है और मेला परवान पर नजर आ रहा है।
पोकरण क्षेत्र के रामदेवरा गांव में बाबा की समाधि पर चल रहे ख्याति प्राप्त अंतरप्रांतीय भादवा मेले का असर पोकरण में भी चरम पर है और मेला परवान पर नजर आ रहा है। दिन व रात में रामदेवरा की तरफ बढ़ते श्रद्धालुओं का जोश व उत्साह हिलोरे ले रहा है। साथ ही डीजे की धुन पर नाचते गाते श्रद्धालुओं से मेले की रौनक बढ़ती जा रही है। बाबा रामदेव का अंतरप्रांतीय भादवा मेला विधिवत रूप से गत 25 अगस्त को शुरू हुआ था। जबकि गत एक माह से श्रद्धालुओं की आवक अनवरत रूप से जारी है। रामदेवरा जाने वाले अधिकांश श्रद्धालु पोकरण होकर गुजरते है। इसके साथ ही रामदेवरा दर्शनों के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु वापिस पोकरण पहुंचकर भ्रमण कर रहे है। ये श्रद्धालु पोकरण में बालीनाथ महाराज के आश्रम के दर्शन कर बालागढ़ फोर्ट, ऐतिहासिक सालमसागर व रामदेवसर तालाबों का भ्रमण कर रहे है। जिससे पोकरण में भी मेले जैसा माहौल बना हुआ है और बाजारों में चहल-पहल नजर आ रही है।
वाल्मीकि समाज का संघ शुक्रवार रात से शनिवार को दोपहर तक पोकरण पहुंचा। इसके बाद शनिवार की रात श्रद्धालुओं की ओर से बाबा की ज्योत के साथ कस्बे में रैली निकाली गई। मुख्य चौराहे व मार्गों पर निकाली गई रैली से माहौल धर्ममय हो गया। शनिवार रात विश्राम के बाद सभी पदयात्रियों ने रविवार को तडक़े चार बजे बाद रामदेवरा पहुंचकर बाबा की समाधि के दर्शन किए।
बाबा रामदेव सांसी समाज पैदल यात्रा संघ जोधपुर बग्गी खाना व भदवासिया संघ गत भादवा माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को जोधपुर के बाबा रामदेव मंदिर में दर्शनों के बाद रवाना हुआ था। यह संघ शनिवार को क्षेत्र के लवां गांव पहुंचा। सैकड़ों पदयात्री यहां रात्रि विश्राम करेंगे।
ये संघ रविवार को सुबह लवां गांव से रवाना होंगे और 9 बजे पोकरण में प्रवेश करेंगे। इस दौरान अबीर गुलाल की होली खेलते हुए बड़ी ध्वजाओं के साथ झंडा रैली निकाली जाएगी। यह रैली कस्बे में प्रवेश से पूर्व शुरू हो जाएगी। इसके बाद जोधपुर रोड, फलसूंड तिराहे, अस्पताल रोड होते हुए जयनारायण व्यास सर्किल पर रैली का समापन किया जाएगा। इस दौरान बड़ी ध्वजाओं को आसमान में लहराया जाएगा।
झंडा रैली के समापन के बाद राउमावि मैदान, जोधपुर रोड, अस्पताल रोड, नगरपालिका के आगे, उपखंड अधिकारी कार्यालय के आगे, रेलवे स्टेशन रोड, अंबेडकर सर्किल व रेलवे स्टेशन आदि जगहों पर सैकड़ों पदयात्री पड़ाव डालेंगे। पड़ाव स्थलों पर दिनभर धार्मिक व सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। साथ ही सत्संग व हरि-कीर्तन होंगे। रात में जागरण का आयोजन होगा। सोमवार को दिन में मेहंदी, बहन-भाई बनाने की रस्म के साथ बाबा रामदेव के विवाह की परंपरा निभाई जाएगी। मंगलवार को तडक़े चार बजे बाद सभी पदयात्री पोकरण से रवाना होंगे और रामदेवरा पहुंचकर बाबा रामदेव की समाधि के दर्शन करेंगे।