पोकरण कस्बे के राजकीय जिला चिकित्सालय परिसर में स्थित मोर्चरी के पास लगे कचरे के ढेर से परेशानी हो रही है। जबकि जिम्मेदार यहां सफाई को लेकर कोई ध्यान नहीं दे रहे है।
पोकरण कस्बे के राजकीय जिला चिकित्सालय परिसर में स्थित मोर्चरी के पास लगे कचरे के ढेर से परेशानी हो रही है। जबकि जिम्मेदार यहां सफाई को लेकर कोई ध्यान नहीं दे रहे है। गौरतलब है कि राजकीय जिला चिकित्सालय में पीछे की तरफ मोर्चरी स्थित है। कस्बे के साथ आसपास ग्रामीण क्षेत्रों में किसी हादसे अथवा संदिग्ध मौत हो जाने पर शव का पोस्टमार्टम यहीं किया जाता है। इसके अलावा मोर्चरी के पास ही मेल, फिमेल वार्डों की खिड़कियां स्थित है। अस्पताल परिसर, मोर्चरी के आसपास सफाई के बाद कर्मचारियों की ओर से कचरा मोर्चरी के पास कोने में एकत्रित कर दिया जाता है। कई बार सफाईकर्मी इस कचरे को जला भी देते है। ऐसे में कचरे की दुर्गंध और कचरा जलाने पर उसके धुएं से मरीजों को परेशानी होती है, साथ ही उनका स्वास्थ्य अधिक बिगडऩे की आशंका बनी रहती है। मोर्चरी में पोस्टमार्टम के दौरान मृतक के परिजनों को यहीं खड़ा रहना पड़ता है। जिनकी कचरे के कारण भावना आहत हो रही है और परिजनों के साथ पुलिसकर्मियों को भी खासी परेशानी होती है। बावजूद इसके जिम्मेदारों की ओर से मोर्चरी के आसपास सफाई के पुख्ता प्रबंध करने को लेकर कोई कवायद नहीं की जा रही है।
मोर्चरी के पास जगह-जगह कचरे के ढेर लगे पड़े हैै। कचरे के ढेर पर दिनभर सुअर, श्वान सहित अन्य पशु मंडराते रहते है, ऐसे में यहां कचरा व गंदगी इधर उधर बिखर रही है। साथ ही इस गंदगी व कचरे के ढेर से बीमारियां फैलने की आशंका भी बढ़ रही है।