जैसलमेर

पोकरण के हाईवे : खतरनाक मोड़ों पर नहीं कोई चेतावनी, हादसों को न्योता

कुछ वर्ष पूर्व भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से पोकरण-जोधपुर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 125 और जैसलमेर-पोकरण-बीकानेर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 11 का सुदृढ़ीकरण, विस्तार व नवीनीकरण किया गया था।

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Oct 30, 2025

कुछ वर्ष पूर्व भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से पोकरण-जोधपुर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 125 और जैसलमेर-पोकरण-बीकानेर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 11 का सुदृढ़ीकरण, विस्तार व नवीनीकरण किया गया था। इस दौरान कई जगहों पर खतरनाक मोड़ों को कम नहीं करने के कारण आए दिन हादसे हो रहे है।

यही नहीं सडक़ की चौड़ाई बढ़ जाने और नई सडक़ के चलते वाहनों की गति पर भी लगाम नहीं लग पा रही है।गौरतलब है कि कुछ वर्ष पूर्व एनएचएआइ की ओर से राष्ट्रीय राजमार्गों के सुदृढ़ीकरण का कार्य किया गया। पोकरण से जोधपुर व पोकरण से जैसलमेर जाने वाले मार्गों पर कई ऐसे खतरनाक मोड़ है, जहां आए दिन हादसे होते रहते है। कुछ जगहों पर तो हादसों के ब्लैक स्पॉट भी बन गए है। जहां हादसों में कई लोग जान गंवा चुके है।

यहां आए दिन होते है हादसे

  • क्षेत्र के लवां गांव से पोकरण की तरफ तालाब के पास खतरनाक मोड़।
  • पोकरण-जोधपुर मार्ग पर डेडिया गांव के पास।
  • जोधपुर-जैसलमेर जिला सीमा बोर्ड के पास।
  • जोधपुर रोड पर बाइपास फांटे के पास। यहां खतरनाक एस आकार का मोड़ है।
  • जैसलमेर रोड पर मिड-वे तिराहे पर।
  • जैसलमेर रोड पर आशापुरा मंदिर फांटा जाने वाले मार्ग पर।
  • क्षेत्र के चाचा गांव के पास।
  • धोलिया, गंगाराम की ढाणी व लाठी गांवों के पास कई ब्लैक स्पॉट है।ऐसे तो गति पर कैसे लगेगी लगामपुलिस की ओर से जैसलमेर-पोकरण रोड पर एक इंटरसैप्टर लगाई गई है, जो अधिकतर समय लाठी थानाक्षेत्र में मुख्य सडक़ पर वाहनों की जांच करती है। इसके अलावा जोधपुर रोड पर कहीं पर इंटरसेप्टर वाहन नहीं है। राष्ट्रीय राजमार्ग सडक़ की चौड़ाई बढऩे के साथ सुदृढ़ीकरण होने से वाहन चालक तेज गति से गाड़ी भगाते है। अनजान वाहन चालकों को खतरनाक मोड़ की जानकारी नहीं हो पाती है। ऐसे में कई बार सामने से आने वाले वाहन तो कभी सडक़ पार कर रहे पशुओं से भिड़ंत हो जाती है।

संकेतक बोर्ड भी नहीं

जैसलमेर-जोधपुर व जैसलमेर-बीकानेर वाया पोकरण स्थित दोनों राष्ट्रीय राजमार्गों पर खतरनाक मोड़ों पर संकेतक बोर्ड की कमी है। हालांकि कुछ जगह बोर्ड लगे हुए है, लेकिन कई ब्लैक स्पॉट बन चुके मोड़ों पर बोर्ड नहीं होने से अनजान वाहन चालकों को जानकारी नहीं हो पाती है। ऐसे में हादसे की आशंका बढ़ जाती है। बावजूद इसके जिम्मेदारों की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

हादसे की आशंका

क्षेत्र में सडक़ के सुदृढ़ीकरण के दौरान खतरनाक मोड़ों को कम नहीं किया गया। जिसके कारण आए दिन हादसे का भय बना रहता है। संकेतक बोर्ड लगाने की जरूरत है।

  • हेमंत खुराना, वाहन चालक

गति की भी हो जांच

अनजान वाहन चालक अच्छी व चौड़ी सडक़ के कारण तेज गति से वाहन चलाते है। अनजान मार्गों पर मोड़ों की जानकारी नहीं हो पाती है, जिससे हादसे हो जाते है। वाहनों की गति की जांच के लिए भी व्यवस्था होनी चाहिए।

  • सवाईसिंह राठौड़, वाहन चालक
Published on:
30 Oct 2025 11:31 pm
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