भारत निर्वाचन आयोग की ओर से चलाए जा रहे विशेष गहन पुनरीक्षण-2026 के तहत जिले के सभी मतदाताओं को गणना प्रपत्रों का वितरण एवं संग्रहण कार्य सम्पन्न किया गया।
भारत निर्वाचन आयोग की ओर से चलाए जा रहे विशेष गहन पुनरीक्षण-2026 के तहत जिले के सभी मतदाताओं को गणना प्रपत्रों का वितरण एवं संग्रहण कार्य सम्पन्न किया गया। इसके तहत जिले में कुल 23 हजार 420 मतदाताओं के नाम काटे गए हैं। गहन पुनरीक्षण प्रारम्भ होने से पूर्व जिले में कुल 4 लाख 93 हजार 392 मतदाता पंजीकृत थे। गणना चरण के दौरान 4 लाख 69 हजार 972 मतदाताओं ने अपने गणना प्रपत्र भरकर जमा करवाए। इस पुनरीक्षण में जिले के 23,420 मतदाताओं को एएसडी मतदाता (अनुपस्थित, स्थानांतरित, मृत) मानते हुए सूची से बाहर किया गया है। प्रारूप प्रकाशन से पूर्व जिले में कुल 4 लाख 93 हजार 392 मतदाता थे। एएसडी मतदाताओं को हटाने के बाद प्रारूप प्रकाशन में मतदाताओं की संख्या 4 लाख 69 हजार 972 हो गई है। जैसलमेर विधानसभा के प्रारूप प्रकाशन में 2 लाख 50 हजार 958 मतदाता हैं, जो पूर्व में 2 लाख 64 हजार 015 थे। इस तरह से 13057 मतदाता हटे हैं। वहीं पोकरण विधानसभा के प्रारूप प्रकाशन में 2 लाख 19 हजार 014 मतदाता हैं, जबकि पूर्व में 2 लाख 29 हजार 377 थे। वहां 10,363 मतदाताओं के नाम सूचियों से काटे गए हैं।
गणना चरण के दौरान गत 5 से 11 दिसम्बर तक जिले के प्रत्येक मतदान केन्द्र पर बीएलओ की ओर से मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट्स के साथ बैठकें आयोजित की गईं। बैठकों में अप्राप्त गणना प्रपत्रों की सूची कारण सहित उपलब्ध करवाई गई, जिससे आवश्यक सुधारात्मक कार्यवाही सुनिश्चित हो सके। गणना चरण में 23,420 मतदाताओं के गणना प्रपत्र अप्राप्त रहे। इनमें 5,185 मृतक, 12331 स्थायी रूप से स्थानान्तरित, 4012 अनुपस्थित, 1767 एकाधिक स्थान पर पंजीकरण और 155 अन्य कारण से रहे। यह सूची मतदान केन्द्रों, ग्राम पंचायत मुख्यालयों एवं नगरीय निकाय कार्यालयों पर भी चस्पा की गई है।
इस अवधि में 1,592 फॉर्म-6 (ऑनलाइन एवं ऑफलाइन) प्राप्त हुए हैं, जिनका परीक्षण उपरांत योग्य आवेदकों के नाम मतदाता सूची में जोड़े जाएंगे। फॉर्म-6 जमा करने की प्रक्रिया सतत जारी है। नागरिक वोटर हेल्पलाइन एप, वोटर सर्विस पोर्टल अथवा अपने संबंधित बीएलओ के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। साथ ही, जो नागरिक 1 अप्रेल 2026, 1 जुलाई 2026 या 1 अक्टूबर 2026 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर रहे हैं, वे भी अग्रिम रूप से आवेदन कर सकेंगे।
आयोग के निर्देशानुसार जिला निर्वाचन अधिकारी प्रतापसिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों की बैठक भी आयोजित की गई है। बैठक में कांग्रेस से शंकर लाल माली और मनोहरसिंह नरावत, भाजपा से मनोहरसिंह दामोदरा व विधायक के निजी सहायक दीपसिंह सोलंकी उपस्थित थे। प्रारूप मतदाता सूची की हार्ड एवं सॉफ्ट कॉपी दलों के उपस्थित प्रतिनिधियों को उपलब्ध कराई गई। उन्हें प्रारूप मतदाता सूची पर दावे आपत्तियों तथा नव मतदाता पंजीकरण के लिए फॉर्म 6 मय घोषणा पत्र प्रस्तुत करने के संबंध में भी जानकारी दी गई। घोषणा पत्र की ओर से आवेदक स्वयं अथवा उनके माता/पिता के नाम की गत गहन पुनरीक्षण से मैपिंग की जाती है। इस अवसर पर उपजिला निर्वाचन अधिकारी परसाराम सैनी, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी सक्षम गोयल, तहसीलदार सत्यप्रकाश खत्री, सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी प्रवीण प्रकाश चौहान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
मतदाताओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए जिले में 1200 से अधिक मतदाताओं वाले बूथों का पुनर्गठन किया गया। पूर्व में 695 मतदान केन्द्र थे, जिनके पुनर्संयोजन से 65 नवीन मतदान केन्द्र सृजित किए गए। वर्तमान में जिले में कुल 760 मतदान केन्द्र हैं तथा अब कोई भी मतदान केन्द्र 1200 से अधिक मतदाताओं वाला नहीं है। आयोग के कार्यक्रमानुसार 16 दिसम्बर 2025 से 15 जनवरी 2026 तक प्रारूप मतदाता सूची पर दावे एवं आपत्तियां प्रस्तुत की जा सकती हैं। ईआरओ के निर्णय के विरुद्ध 15 दिवस में प्रथम अपील जिला मजिस्ट्रेट के समक्ष की जा सकती है। वहीं, प्रथम अपील से असंतुष्टि की स्थिति में 30 दिवस में द्वितीय अपील मुख्य निर्वाचन अधिकारी के समक्ष की जा सकेगी। आयोग की ओर से निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आगामी 14 फरवरी को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा।