पानी की बर्बादी के साथ-साथ नालियों का गंदा पानी पाइपलाइन में घुसकर आपूर्ति को दूषित कर रहा है, बावजूद इसके जिम्मेदारों ने लंबे समय से इस समस्या की सुध नहीं ली।
रामदेवरा. कस्बे में पेयजल पाइपलाइन पर लगातार बढ़ते लीकेज ने परेशानी बढ़ा दी है। पानी की बर्बादी के साथ-साथ नालियों का गंदा पानी पाइपलाइन में घुसकर आपूर्ति को दूषित कर रहा है, बावजूद इसके जिम्मेदारों ने लंबे समय से इस समस्या की सुध नहीं ली।
कस्बे में रेलवे स्टेशन लिंक रोड पर दो स्थानों पर लंबे समय से पाइपलाइन लीकेज बना हुआ है। स्थानीय लोगों के अनुसार कई बार सूचना दिए जाने के बावजूद किसी ने ध्यान नहीं दिया। इसी तरह कुमावत बस्ती में भी पाइपलाइन फूटी हुई है, जहां से रोजाना बड़ी मात्रा में शुद्ध पानी बह रहा है। लीकेज से गंदगी पाइपलाइन में प्रवेश कर जाने के कारण घरों तक पहुंचने वाला पानी बदबूदार और मटमैला हो रहा है। लोगों को नल खोलते ही पहले नालियों जैसा काला पानी मिल रहा है, उसके बाद भी हल्का मटमैला पानी ही आता है।
इससे डायरिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। कस्बे में बिछी कई पुरानी पाइपलाइनों को नालियों के भीतर ही डाल दिया गया, जिससे लीकेज होते ही नालियों का दूषित पानी पाइपलाइन में भर जाता है। सप्लाई शुरू होने पर यही गंदगी लोगों के घरों में पहुंचती है। पिछले दिनों मुख्य बाजार, रेलवे स्टेशन रोड और मावा गांव के लोगों ने भी दूषित पानी आने की शिकायतें की थीं, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।
कस्बे में जगह-जगह हो रहे लीकेज से हजारों लीटर पानी रोजाना नालियों और सडक़ पर बह रहा है। पेयजल संकट से जूझ रहे क्षेत्र में ऐसी लापरवाही लोगों के लिए गंभीर परेशानी बनती जा रही है।