नाचना क्षेत्र में प्रचुर मात्रा में जिप्सम के अवैध खनन और परिवहन जारी है।
नाचना क्षेत्र में प्रचुर मात्रा में जिप्सम के अवैध खनन और परिवहन जारी है। सीमावर्ती और नहरी क्षेत्रों में कई वर्षों से हो रहे जिप्सम के खनन को रोकने के लिए जिम्मेदार अधिकारी कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। नाचना गांव के पास और गांव से सत्तारू फांटा जाने वाले मार्ग के किनारे, ताड़ाना और घंटियाली क्षेत्र से निकाला गया जिप्सम सीमेंट कारखानों में भेजा जाता है। इसे ब्यावर, बनास, नींबाहेड़ा, चित्तौड़गढ़, सिरोही समेत कई अन्य क्षेत्रों में पहुंचाया जाता है।
अवैध खनन और परिवहन के कारण सरकार को लाखों रुपए का राजस्व हानि का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र में मुख्य मार्ग पर पुलिस थाना स्थित होने के बावजूद, जिप्सम के अवैध वाहन निकलने के दौरान पुलिस मूकदर्शक बनी रहती है। खनन विभाग, प्रशासन और पुलिस की लापरवाही के कारण अवैध खनन में लिप्त लोगों के हौसले बढ़ रहे हैं। जैसलमेर खनन विभाग के कार्यालय के अनुसार शिकायत मिलने पर केवल औपचारिक कार्रवाई की जाती है। हकीकत यह है कि कभी-कभार वाहन जब्त कर जुर्माना लगाया जाता है, लेकिन कोई स्थायी कदम नहीं उठाया जाता। इस कारण अवैध खनन और परिवहन लगातार जारी है। खनन अभियंता घनश्याम ने बताया कि नाचना क्षेत्र में पूर्व में कार्रवाई की गई थी। आगामी दिनों में पुन: कड़ी कार्रवाई की जाएगी और अवैध खनन पर पूर्णतः रोक लगाने का प्रयास किया जाएगा।