स्वर्णनगरी में बाहरी लोगों के सत्यापन में हो रही लापरवाही अब शहर की शांति और सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन चुकी है।
स्वर्णनगरी में बाहरी लोगों के सत्यापन में हो रही लापरवाही अब शहर की शांति और सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन चुकी है। सरहद से सटा व धोरों के बीच बसा जैसाण पर्यटन के क्षेत्र में अपनी विश्वस्तरीय पर्यटन पहचान के लिए जाना जाता है। निराशाजनक बात यह है कि अब यह बाहरी लोगों की घुसपैठ और संदिग्ध गतिविधियों का केंद्र बनता जा रहा है। रेलवे स्टेशन, अस्थायी बस स्टैंड, कच्ची बस्तियों और ग्रामीण इलाकों में बड़ी संख्या में बाहरी लोग बसे हुए हैं, जिनके दस्तावेजों का सत्यापन पुलिस प्रशासन की ओर से लंबे समय से नजरअंदाज किया जा रहा है।
पिछले चार वर्षों में जिले में 100 से अधिक आपराधिक घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिनमें से कई में बाहरी लोगों की संलिप्तता पाई गई है। हाल ही आपराधिक घटनाओं ने स्थानीय लोगों में डर का माहौल पैदा कर दिया है।
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार सरहदी जिला होने के बावजूद विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों और स्थानीय पुलिस के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान न होने से संदिग्ध गतिविधियों पर समय रहते कार्रवाई नहीं हो पा रही है। कई बार खुफिया एजेंसियां स्थानीय पुलिस को सूचित किए बिना कार्रवाई करती हैं, जिससे अपराधियों को पकडऩे में मुश्किल होती है।
भीतरी मोहल्लों और कच्ची बस्तियों में रहने वाले बाहरी लोग बिना किसी वैध दस्तावेजों के बसे हुए हैं। हाल ही में एक बच्ची को कथित तौर पर अगवा करने का मामला सामने आने के बाद स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ी है। अभिभावक अब अपने बच्चों को अकेले बाहर भेजने से डर रहे हैं।
38 हजार वर्ग किलोमीटर में फैला सरहदी जिला
2 हजार से अधिक लोगों का अवैध रूप से बसेरा
100 से अधिक आपराधिक घटनाएं जिले में हो चुकी है बीते चार वर्षों में
-8 थाना क्षेत्रों में बाहरी लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध