गत एक सप्ताह से एका जीएसएस से आने वाली अनियमित विद्युत आपूर्ति के कारण अर्द्धवार्षिक परीक्षा दे रहे हजारों विद्यार्थियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
गत एक सप्ताह से एका जीएसएस से आने वाली अनियमित विद्युत आपूर्ति के कारण अर्द्धवार्षिक परीक्षा दे रहे हजारों विद्यार्थियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह, दोपहर, शाम और रात—किसी भी समय बिजली ठप हो जाती है। तय समय पर सप्लाई बहाल नहीं होने पर लोगों को बार-बार जीएसएस पर कॉल कर समाधान मांगना पड़ रहा है, पर स्थिति जस की तस बनी हुई है। ग्राम पंचायत क्षेत्र की ब्रजपुरा, पोकरपुरा और रूणिचा कुआं बस्ती के साथ वीरमदेवरा गांव की आपूर्ति एकां जीएसएस से जुड़ी है। पिछले सप्ताह से इन तीनों बस्तियों की लाइनें बाधित हो रही हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यह समस्या वर्षों से चली आ रही है और कई बार मांग रखने के बावजूद समाधान नहीं हुआ।
15 किमी दूर जीएसएस, छोटे कार्य भी बनते भारीएकां जीएसएस की दूरी रामदेवरा से करीब 15 किमी है। तार टूटना हो, पोल गिरना हो या मीटर रीडिंग से जुड़े सामान्य कार्य—हर बार ग्रामीणों को इतनी दूरी तय करनी पड़ती है। बस्तियों के लोगों का कहना है कि यह असुविधा लंबे समय से है, लेकिन सप्लाई को रामदेवरा जीएसएस से जोड़ने की मांग अब तक विचाराधीन तक नहीं हुई।
तीनों बस्तियों की आपूर्ति रामदेवरा जीएसएस से जोड़ने के बीच रेलवे ट्रैक आ जाता है। तकनीकी अनुमति उच्च स्तर पर ही संभव है। ग्रामीणों का कहना है कि जनप्रतिनिधियों की पहल से यह समस्या हल हो सकती है, लेकिन अब तक किसी ने गंभीर प्रयास नहीं किया। एकां जीएसएस कृषि क्षेत्र है, जहां बड़ी संख्या में नलकूप संचालित हैं। घरेलू और कृषि कनेक्शन एक साथ जुड़े होने से दबाव बढ़ जाता है। ऐसे में लंबी कटौती की मार सबसे ज्यादा घरेलू उपभोक्ताओं पर पड़ती है।