जैसलमेर

जुकाम-बुखार के मरीज बढ़े, अस्पतालों में भीड़ और ओपीडी हर दिन 1500 पार

जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहर तक खांसी, जुकाम, बुखार और वायरल संक्रमण के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।

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Nov 16, 2025

जैसलमेर. सर्दी की दस्तक के साथ ही मौसमी बीमारियों का खतरा बढऩे लगा है। दिन और रात के तापमान में लगातार बढ़ रहे अंतर ने लोगों की प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित किया है। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहर तक खांसी, जुकाम, बुखार और वायरल संक्रमण के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। जिला अस्पताल, निजी चिकित्सालयों और चिकित्सकों के निवास पर ओपीडी में मरीजों की भीड़ बढऩे लगी है। सरकारी और निजी अस्पतालों आदि में औसतन 1500 मरीज पहुंच रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार नवंबर और दिसंबर का शुरुआती दौर संक्रमण के लिए सबसे संवेदनशील माना जाता है। थोड़ी-सी लापरवाही बीमारी के प्रसार को और तेज कर सकती है। स्वास्थ्य विभाग लोगों से अपील कर रहा है कि बुखार या सांस संबंधी दिक्कत होने पर तुरंत अस्पताल पहुंचकर जांच करवाएं, ताकि संक्रमण को रोकने में मदद मिल सके। तापमान में गिरावट के बाद वायरल फीवर, फ्लू, एलर्जी और दमा से परेशान लोगों की दिक्कतें बढ़ रही हैं। सुबह और शाम की बढ़ती ठंडक तथा दिन में हल्की गर्माहट शरीर के तापमान संतुलन को बिगाड़ रही है, जिससे संक्रमण तेजी से फैल रहा है। वर्तमान में चिकित्सकों के पास वायरल बुखार, गले के संक्रमण, पेट के संक्रमण और सांस संबंधी दिक्कत के सबसे अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। कई मामलों में घरघराहट और एलर्जी की शिकायत में भी वृद्धि हुई है। चिकित्सक लोगों को सुबह-शाम गरम कपड़े पहनने, धूल से बचने, भीड़ वाले इलाकों में सावधानी बरतने, विटामिन-सी युक्त आहार लेने और साफ-सफाई की आदतों को अपनाने की सलाह दे रहे हैं।

बोले जिम्मेदार -स्थिति नियंत्रण में, विभाग सतर्क

सीएमएचओ डॉ आरके पालीवाल के अनुसार सभी सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और उपकेंद्रों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। टीमें लगातार सर्वे कर रही हैं और मौसमी बीमारियों के उपचार में काम आने वाली आवश्यक दवाओं व सामग्री का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है। पालीवाल का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है और मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी। उधर, पीएमओ रविन्द्र सांखला के अनुसार जिला अस्पताल में मौसमी बीमारियों से ग्रस्त मरीजों के लिए उपचार की पूरी व्यवस्था है। सांखला ने बताया कि वर्तमान स्थिति सामान्य है और प्रतिदिन औसतन एक हजार मरीज ओपीडी में पहुंच रहे हैं। अस्पताल प्रशासन ने सभी चिकित्सा संसाधनों को तैयार रखा है, ताकि मरीजों को किसी प्रकार की दिक्कत न आए।

Published on:
16 Nov 2025 10:46 pm
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