भीषण गर्मी और दमघोटू उमस के मौजूदा दौर जैसलमेर के बाशिंदों की परेशानियों पर दिनभर बिजली की आंख मिचौली, ऐसी महसूस हो रही है, जैसे जख्मों पर नमक छिडक़ा जा रहा हो।
भीषण गर्मी और दमघोटू उमस के मौजूदा दौर जैसलमेर के बाशिंदों की परेशानियों पर दिनभर बिजली की आंख मिचौली, ऐसी महसूस हो रही है, जैसे जख्मों पर नमक छिडक़ा जा रहा हो। रविवार को बिजली की आवाजाही का दौर सुबह से देर शाम तक चलता रहा। शाम के समय तो कम से कम 4-5 बार बिजली की आवाजाही चलती रही। अचानक बिजली के चले जाने से लोग पसीने में नहा गए। विद्युत आधारित काम धंधे पूरी तरह से बंद हो गए। इससे शहर के मुख्य स्थलों में रहने वाले निवासियों व दुकानदारों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दूसरी तरफ डिस्कॉम के जिम्मेदार मानो इस सबसे बेखबर है। बिजली की अघोषित कटौती से जनजीवन पर व्यापक तौर पर विपरीत असर पड़ रहा है। भीषण गर्मी के मौजूदा समय में बिजली की यह आंख मिचौली आमजन के लिए पीड़ादायी बन गई है। बिजली की आंख मिचौली से घरों में पंखें, कूलर और एयरकंडीशनर काम नहीं करते। वॉल्टेज के उतार-चढ़ाव के चलते इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी आए दिन खराब हो रहे हैं।
बिजली की आंख मिचौली की समस्या प्रमुख रूप से ऐतिहासिक सोनार दुर्ग, गोपा चौक, पंसारी बाजार, पंसारी पाड़ा, आसनी पथ, शिव मार्ग, जयनारायण व्यास कॉलोनी, सदर बाजार और उनसे लगते क्षेत्रों में पिछले कई दिनों से निरंतर बनी हुई ही है। ये वे क्षेत्र हैं, जहां हजारों की तादाद में लोग निवास करते हैं और सैकड़ों दुकानें व अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान आए हुए हैं। शहर की आवासीय कॉलोनियों में भी रहने वाले बिजली की अघोषित कटौतियों से बेहद आहत महसूस कर रहे हैं।